बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय खिलाड़ियों का देश लौटना जारी है. सोमवार रात दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुँचे एथलीटों का लोगों ने फूल मालाओं से स्वागत किया. कुछ लोग खिलाड़ियों के साथ सेल्फी लेते हुए भी दिखाई दिए.
कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल विजेता साक्षी मलिक, कांस्य पदक विजेता पूजा सिहाग और पूजा गहलोत के इंतज़ार में लोग हाथों में गुलदस्ते लिए हुए खड़े थे. कुछ लोगों ने उनके गले में नोटों की माला भी डाली.
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए साक्षी मलिक ने मेडल का श्रेय भारत को दिया. उन्होंने कहा,” मुझे बहुत अच्छा लग रहा है और खुशी हो रही है कि ओलंपिक के बाद ये मेरा पहला इतना बड़ा मेडल है. मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है.”
वहीं चेहरे पर मुस्कान लिए और गले में फूलों की माला पहने पूजा सिहाग ने अपने मेडल का श्रेय अपने कोच को दिया और कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है.
कुश्ती में कांस्य पदक जीतने वाली दिल्ली की महिला पहलवान दिव्या काकरान का ढोल बजाकर स्वागत किया गया.
इसके अलावा भारत लौटे एथलीटों का भी दिल्ली एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत हुआ. एथलीट संदीप कुमार, एल्डोस पॉल, अविनाश सेबल और अब्दुल्ला अबूबकर घर लौटे. एथलीट संदीप कुमार ने दस हजार मीटर रेस वॉक में कांस्य पदक जीता है.
आख़िरी दिन 4 गोल्ड, कुल 22 गोल्ड और 61 पदक
कॉमनवेल्थ के आखिरी दिन भी भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा. भारत ने चार गोल्ड मेडल अपने नाम किए. शुरुआत में पीवी सिंधु ने महिलाओं की सिंगल्स में गोल्ड जीता. इसके बाद लक्ष्य सेन ने भारत को पुरुष सिंगल्स में गोल्ड दिलाया.
बैडमिंटन में ही पुरुष डबल्स में सात्विक रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने भी गोल्ड जीता. जबकि टेबल टेनिस में 16 साल बाद सिंगल्स में अचंता शरत कमल ने भी स्वर्ण पदक जीता.
वेटलिफ़्टिंग, कुश्ती, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, लॉन बॉल से लेकर एथलेटिक्स तक में भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा है.
बर्मिंघम में भारत ने 61 पदक जीते हैं, जिनमें 22 गोल्ड, 16 सिल्वर और 23 कांस्य पदक हैं.
-एजेंसी