रामजन्म भूमि अयोध्या में सरयू नदी के गुप्तार घाट पर पंचवटी द्वीप और राम अनुभव केंद्र बनाया जाएगा। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की मंजूरी के लिए भेजने का निर्देश दिया है। पंचवटी द्वीप पर राम अनुभव केंद्र के निर्माण का मुख्य उद्देश्य वैदिक सभ्यता का गौरव केवल शास्त्रों तक सीमित न रखकर व्यक्तिगत जुड़ाव के जरिए आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।
इस द्वीप पर 75 एकड़ में राम अनुभव केंद्र, राम वन गमन पथ, श्रीराम और रामायण की प्रासंगिकता, कल्पवास एवं वैदिक ग्राम, अमृत भोजन प्रसाद, योगनग्राम, जैविक कृषि, तरुताल वैदिक विद्यालय और खेल प्रशिक्षण केंद्र बनाए जाएंगे। मुख्य सचिव ने वाराणसी में गंगा नदी के किनारे टेंट सिटी का प्रस्ताव भी स्वच्छ गंगा मिशन की मंजूरी के लिए भेजने को कहा है।
सरयू और गंगा नंदी के किनारे बनने वाले इन प्रोजेक्ट्स को सेल्फ सस्टेनेबल मॉडल के आधार पर बनाया जाएगा। इस परियोजना के अंतर्गत किसी भी निर्माण के लिए आरसीसी और पीसीसी का उपयोग नहीं होगा। मल निस्तारण के लिए बायो डाइजेस्टिव सेप्टिक टैंक का उपयोग किया जाएगा। पंचवटी द्वीप ‘नो प्लास्टिक जोन’ होगा।
10 किमी दायरे में होगी प्राकृतिक खेती
अर्थ गंगा परियोजना के तहत नदी के 10 किलोमीटर तक जीरो बजट प्राकृतिक खेती की जाएगी। इसमें रसायन मुक्त खेती और गोबर धन योजना के जरिए खाद के रूप में गोबर को बढ़ावा दिया जाएगा। राम अनुभव केंद्र अस्थायी स्ट्रक्चर पर आधारित होगा। वर्षा ऋतु में अस्थायी स्ट्रक्चर को डिसमेंटल कर दिया जाएगा। वर्षा ऋतु में श्री राम अनुभव केंद्र का संचालन नहीं होगा।
Compiled: up18 News