कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने कहा, “इस सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है. इससे पहले कभी भी इतने सारे विपक्षी सांसदों को सदन से निलंबित नहीं किया गया था, और वह भी केवल एक उचित और वैध मांग उठाने पर ऐसा किया गया है.”
“संसद के विपक्षी सदस्यों ने 13 दिसंबर की घटना पर गृह मंत्री का एक बयान मांगा था. इस मांग पर जिस अहंकार के साथ ये सरकार बर्ताव कर रही है उसके लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. 13 दिसंबर को जो हुआ उसे किसी भी तरह जस्टिफ़ाई नहीं किया जा सकता. प्रधानमंत्री को चार दिन इस घटना पर प्रतिक्रिया देने में लग गए. वो भी उन्होंने संसद के बाहर दिया.ऐसा करके उन्होंने सदन का अपमान किया और देश की जनता का भी अपमान किया. आप ये सोचिए कि अगर बीजेपी विपक्ष में होती तो आज किस तरह बर्ताव करती.”
“इस सत्र में जम्मू और कश्मीर से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए हैं. जवाहरलाल नेहरू जैसे देशभक्तों को बदनाम करने के लिए इतिहास से छेड़छाड़ और ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने वाले लोग लगातार अभियान चला रहे हैं.”
“जम्मू और कश्मीर पर हमारी स्थिति स्पष्ट रही है: पूर्ण राज्य का दर्जा तुरंत बहाल किया जाना चाहिए, और जल्द से जल्द चुनाव होने चाहिए. लद्दाख के लोगों की आकांक्षाएं भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं, उनके प्रति भी वो सम्मान दिखाया जाना चाहिए जिसके वे हकदार हैं.”
शीतकालीन सत्र में लोकसभा और राज्यसभा से बड़े स्तर पर सांसदों का निलंबन हुआ है. बीते दो दिनों में 127 विपक्ष के सांसद निलंबित कर दिए गए हैं. इस पूरे सत्र में निलंबित हुए सांसदों की संख्या 141 है.
इस समय राहुल गांधी समेत कांग्रेस के नौ सांसद ही सदन में बचे हैं और विपक्ष के कुल 43 सांसद सदन में बचे हैं.
Compiled: up18 News
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