भारत में तैनात अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने अब से कुछ घंटे पहले मणिपुर में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न किए जाने पर टिप्पणी की है.
गार्सेटी ने अमेरिकी राजधानी वॉशिंगटन में दिए इस बयान में कहा है कि उनकी संवेदनाएं भारत में रहने वाले लोगों के साथ हैं.
मणिपुर मामले पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए गार्सेटी ने कहा, “मैंने ये वीडियो नहीं देखा है. मैं पहली बार इस बारे में सुन रहा हूं. लेकिन जैसा कि मैंने पहले कहा है कि दुनिया में कहीं भी मानवीय त्रासदी होने पर हमें कष्ट होता है.”
समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए गार्सेटी ने कहा, “हमारी संवेदनाएं भारतीय लोगों के साथ हैं. लेकिन ये भारत का एक आंतरिक मसला है और हम मानव होने के नाते इस तरह के दर्द और पीड़ा के प्रति अपनी संवेदना जता रहे हैं.”
मणिपुर की महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न का वीडियो बीते बुधवार सोशल मीडिया पर नज़र आया था. इस वीडियो में दो महिलाओं के साथ कुछ लोगों की भीड़ यौन उत्पीड़न करती दिख रही है.
इस मामले पर गुरुवार सुबह पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनका मन क्रोध से भरा है और हृदय में पीड़ा है. पीएम मोदी ने कहा था कि गुनाह करने वाले बचेंगे नहीं.
इसके बाद से अब तक चार लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है.
मणिपुर में बीती तीन मई से मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जारी हिंसा में अब तक 160 लोगों की जान गई है और हज़ारों लोग बेघर हो गए हैं.
Compiled: up18 News
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