महाकुंभ के तीर्थयात्रियों के लिए बन रहे भोजन पर पुलिस ने डाली बालू, अखिलेश यादव ने वीडियो शेयर कर कहा- ये दुर्भाग्यपूर्ण है

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प्रयागराज के महाकुंभ में फंसे लोगों के लिए खाने के लिए कुछ लोग खाना बना रहे थे। तभी एक पुलिस इंस्पेक्टर ने बन रहे खाना में मिट्टी डाल दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि प्रयागराज के सोरांव थाना क्षेत्र में पुलिस इंस्पेक्टर ब्रजेश तिवारी ने श्रद्धालुओं के लिए बन रहे भोजन पर बालू डाल कर खराब कर दिया है।

अखिलेश यादव ने वीडियो पोस्ट किया बताया दुर्भाग्यपूर्ण 

अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो लोग महाकुंभ में फंसे लोगों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कर रहे है उनके सद्प्रयासों के ऊपर राजनीतिक विद्वेषवश मिट्टी डाल दी जा रही है।

यह वीडियो प्रयागराज के सोरांव इलाके का है। वीडियो में दिख रहा है कि फाफामऊ-सोरांव सीमा पर मलाक चतुरी गांव में सड़क के किनारे पटरी पर तीन बड़े-बड़े भगोनों में खाना बनाया जा रहा है। इसी दौरान एक पुलिस वाला एक बर्तन में जमीन से मिट्टी उठाता है और श्रद्धालुओं के लिए बन रहे भोजन में डाल देता है। दरअसल महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर बुधवार को भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई थी। इसमें कुचलने के कारण तीस लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। हादसे के बाद से सतर्कता बरतते हुए प्रयागराज आ रहे वाहनों को रास्तों में रोका जा रहा है। लोग घंटों-घंटों अपने वाहनों में ही बैठे रह रहे हैं। कुछ लोग पैदल भी निकल जा रहे हैं। इन्हीं लोगों के लिए कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं ने रास्ते-रास्ते में भोजना पानी आदि का प्रबंध किया है।

वीडियो देखने से लग रहा कि पुलिस वाला किसी बात से आक्रोशित है। मामला सोरांव थाने का होने के कारण वहां के इंस्पेक्टर बृजेश तिवारी से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनका सीयूजी नंबर लगातार स्विच ऑफ बताता रहा। इस वजह से घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। भोजन में मिट्टी डाल रहे पुलिस वाले की भी अभी पहचान नहीं हो सकी है। जैसे ही घटना का कारण पता चलता है और पुलिस वाले की पहचान होती है, खबर अपडेट की जाएगी।

शहर की सीमाओं पर फसी हैं गाड़ियां

प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार को भगदड़ के बाद, गुरुवार को भी भीड़ में कमी देखी गई। मेले में आने और जाने के मार्ग अलग-अलग कर दिए गए हैं। पूरे प्रयागराज शहर में वाहनों की एंट्री प्रतिबंधित कर दी गई है, और मेला क्षेत्र को पूरी तरह नो-व्हीकल ज़ोन घोषित किया गया है। यहां तक कि VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं। ये नियम 4 फरवरी तक प्रभावी रहेंगे। अधिकांश वाहन शहर की सीमाओं पर रुके हुए हैं।

साभार सहित