ओडिशा के गंजम जिले के सरकारी कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है। यहां छात्रा को जबरन चूमने के मामले में कॉलेज प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। वीडियो सामने आने के बाद कॉलेज प्रशासन ने रैगिंग में शामिल 12 छात्रों को संस्थान से निकाल दिया है, जबकि रैगिंग और POCSO एक्ट में दो नाबालिग समेत पांच को हिरासत में लिया गया है।
वीडियो में दिखाया गया है कि पिछले महीने सरकारी कॉलेज में दाखिला लेने वाली प्रथम वर्ष की छात्रा को एक लड़के ने अपने सीनियर्स के उकसाने पर जबरन किस किया है, जैसे ही वह जाने के लिए खड़ी हुई, एक वरिष्ठ छात्र ने उसे रोकने के लिए उसका हाथ पकड़ लिया। हाथ में डंडा लिए दिख रहे आरोपी लड़के को थप्पड़ भी मारते हैं क्योंकि वह उससे बहस करने की कोशिश करता है।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यह घटना अन्य लड़कियों के सामने हुई है, जो इस घटना का विरोध करने के बजाय हंसती हुई नजर आ रही हैं।
कॉलेज के प्राचार्य प्रमिला खंडगा ने बताया कि घटना में शामिल छात्रों की पहचान कर ली गई है और अनुशासनात्मक समिति और रैगिंग रोधी प्रकोष्ठ ने उन्हें निष्कासित करने का फैसला किया है।
खंडगा ने कहा कि आरोपी द्वितीय वर्ष के छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हम घटना के बारे में उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद को लिखेंगे। हिरासत में लिए गए नाबालिगों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा।
मुख्य आरोपी 24 वर्षीय अभिषेक नाहक है, जो अंतिम वर्ष का छात्र है। यौन उत्पीड़न के एक मामले में जमानत पर बाहर आए नाहक को सत्तारूढ़ बीजू जनता दल की स्टूडेंट विंग द्वारा कॉलेज की कैंपस कमेटी में नामित किया गया था। बेरहामपुर के पुलिस अधीक्षक सरबन विवेक एम ने कहा कि यह सिर्फ रैगिंग का मामला नहीं है, बल्कि लड़की के यौन उत्पीड़न का मामला है।
ओडिशा की घटना हैदराबाद कांड के कुछ हफ्ते बाद और आईआईटी-खड़गपुर में एक छात्र के छात्रावास के कमरे में मृत पाए जाने के एक महीने बाद हुई है। पुलिस ने जहां आईआईटी की घटना को आत्महत्या का मामला करार दिया था। वहीं अदालत ने कहा था कि यह रैगिंग का मामला हो सकता है।
-एजेंसी
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