लखनऊ में पीजीआई के वृंदावन कालोनी में रविवार सुबह रामचरित मानस की प्रतियां फाड़ने के बाद जला दी गईं। प्रतियां जलाने वाले ओबीसी महासभा के पदाधिकारी हैं। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या के समर्थन में नारेबाजी की और प्रतियां जलाई हैं। इस मामले में पीजीआई पुलिस ने जीडी में तस्करा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। हालांकि इस संबंध में कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। प्रतियां जलाने का सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रहा है।
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार ओबीसी महासभा के पदाधिकारी देवेंद्र यादव के नेतृत्व में रविवार सुबह वृंदावन कालोनी के पास महासभा के लोग पहुंचे। वहां पर पूर्व मंत्री व सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्या के समर्थन का बैनर लगाया। फिर रामचरित मानस की प्रतियां फाड़ दी। इसके बाद प्रतियों के टुकड़ों में आग लगा दिया। पदाधिकारियों का आरोप है कि रामचरित मानस के रचयिता तुलसीदास ने इसमें कुछ आपत्तिजनक चौपाईयां लिखी हैं जिन्हें निकाला जाना चाहिए। यह नारियों व शूद्रों के संबंध में अपमानजनक है। प्रदेश व केंद्र सरकार से मांग की है कि रामचरित मानस से इन चौपाईयों को हटा दिया जाए। नहीं तो पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा।
पदाधिकारियों ने कहा कि अभी प्रतियों में आग लगाई गई है, लेकिन इसे हटाया नहीं गया तो मानस की प्रतियां पूरे देश में जलाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रभारी निरीक्षक पीजीआई राणा राजेश सिंह के मुताबिक इस मामले की जानकारी होने पर तत्काल पुलिस टीम मौके पर भेजी गई थी, लेकिन वहां पर कोई नहीं मिला है। आसपास के घरों व प्रतिष्ठान पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपियों की तलाश की जा रही है। वहीं वायरल वीडियो के आधार पर जीडी में तस्करा दर्ज किया गया है। अभी इस संबंध में किसी ने कोई तहरीर नहीं दी है। उच्चाधिकारियों को इस संबंध में सूचना दी गई। जो निर्देश होगा उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-एजेंसी
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