राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत केस दर्ज किया है। एनआईए ने कहा है कि इस निर्मम हत्या के जरिए आरोपी देश की जनता के बीच आतंक फैलाना चाहते थे।
एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि एनआईए की टीमें पहले ही उदयपुर पहुंच चुकी हैं और मामले की त्वरित जांच के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्रवक्ता ने कहा, ‘आरोपियों ने देशभर के लोगों में दहशत और आतंक फैलाने के लिए हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए आपराधिक कृत्य का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया था।’
उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और यूए (पी) ए के तहत केस दर्ज किया गया है। इससे पहले मामले को लेकर उदयपुर के धनमंडी थाने में केस दर्ज किया गया था। एनआईए ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 452, 302, 153 (ए), 153 (बी), 295 (ए) और 34 और यूए (पी) अधिनियम, 1967 की धारा 16, 18 और 20 के तहत मामला फिर से केस दर्ज किया है।
घटना का वीडियो भी किया शेयर
उदयपुर में मंगलवार को दो लोगों ने धारदार हथियार से एक दर्जी कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए कहा कि वे ‘इस्लाम के अपमान’ का बदला ले रहे हैं। कन्हैयालाल का शव पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को परिवार के हवाले कर दिया गया। उदयपुर के सेक्टर-14 में स्थित उनके घर से कड़ी सुरक्षा के बीच उनकी अंतिम यात्रा शुरू की गई, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए।
शुरुआती जांच में ISIS से प्रभावित होने की बात आई है सामने
मामले की शुरुआती जांच में राजस्थान पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए दो आरेापियों के आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से प्रभावित होने की बात सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने मंगलवार रात ही एक विशेष जांच दल (एसआईटी) को उदयपुर रवाना कर दिया था। घटना के बाद से उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा है, जबकि राजस्थान के सभी 33 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।
-एजेंसियां
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.