उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाला अहमद मुर्तजा अब्बासी के पास से जो डॉक्यूमेंट मिले हैं, इससे ये पता चलता है कि वो कट्टरपंथी जाकिर नाइक का फैन भी है। पुलिस की गिरफ्त में आए अहमद मुर्तजा अब्बासी ने आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वह परिवार के साथ मुंबई में ही रहता था। अक्टूबर 2020 से गोरखपुर आकर रहने लगा। परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि अहमद मुर्तजा अब्बासी शनिवार को ही घर से निकला था। घर में किसी से ज्यादा बात नहीं करता था। अपने कमरे से भी बहुत कम निकलता था।
अहमद मुर्तजा अब्बासी के घर व उसके कमरे की तलाशी भी ली गई है। बताया जा रहा है कि आरोपी के पिता एमए अब्बासी भी एक कंपनी में इंजीनियर रह चुके हैं। रिटायरमेंट के बाद गोरखपुर रहने लगे। शनिवार को ही पिता मुंबई से घर लौटे हैं, उसके बाद पिता ने बेटे से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो सकी थी।
आतंकवाद से जुड़ रहे हैं तार
अहमद मुर्तजा अब्बासी के तार आतंकवाद से जुड़ते नजर आ रहे हैं। अब इस मामले में पुलिस, मुर्तजा की मदद करने वाले हर व्यक्ति पर कड़ी नजर रख रही है। इस बीच पुलिस के हाथ मुर्तजा के दो साथी लगे हैं जिन पर आरोप है कि हमले वाले दिन उन दोनों ने ही मुर्तजा को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर मंदिर के बाहर छोड़ा था।
फिलहाल गोरखपुर के आसपास के जिलों में छापेमारी जारी है। इसमें कुशीनगर (2 लोग), संत कबीरनगर से 1, महाराजगंज 2 लोग हिरासत में लिए गए हैं। आरोप है कि इन लोगों से मुर्तजा चैट बॉक्स के माध्यम से बात करता था। वहीं मुर्तजा गोरखनाथ मंदिर क्यों पहुंचा था? उसके पास वो हथियार कहां से आया? साथ ही घटना से पहले उसकी किस किस से बात हुई थी। ऐसे कई सवाल हैं जिन को जांच के केंद्र में रखते हुए पुलिस मामले में छानवीन कर रही है।
सार गजवा-वा-तुल से मुर्तजा अब्बासी के संबंधों की जांच
पिछले साल लखनऊ में अंसार गजवा-वा-तुल के दो आतंकी गिरफ्तार हुए थे। इनमें से एक आरोपी के घर से प्रेशर कुकर बम बरामद हुआ था। अब इस एंगल पर भी पुलिस टीम तहकीकात करने में जुट गई है। वहीं मामले की जांच का दायरा बढ़ता नजर आ रहा है। जांच टीम गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले की कड़ी से कड़ी मिलाते हुए मुंबई, जामनगर, कोयम्बटूर तक जा पहुंची है।
मुर्तजा का नेपाल-मुंबई कनेक्शन खंगाल रही एटीएस
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात PAC जवानों पर हमला करने वाले मुर्तजा के पास से सुरक्षा एजेंसियों को कई चौंकाने वाले सबूत मिले हैं। सूत्रों का दावा है कि आरोपी के बैग से मिली अरबी भाषा की मजहबी किताब में गोरखनाथ मंदिर का नक्शा था। साथ ही उसके लैपटॉप से कट्टरपंथी जाकिर नाइक के कई वीडियो मिले हैं। मुर्तजा मुंबई और नेपाल के कई संदिग्ध लोगों से चैटिंग करता था। उसके नेपाल-मुंबई कनेक्शन को खंगालने के लिए के लिए UP ATS की एक टीम मुम्बई आई है।
सात दिन की रिमांड पर मुर्तजा
सोमवार को ATS और STF की संयुक्त टीम महाराजगंज और सिद्धार्थनगर जिले में भी गई। बांसी से दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है। हिरासत में लिए गए दोनों युवक ही रविवार की शाम मुर्तजा को बाइक से गोरखनाथ मंदिर पहुंचाया था। उधर, आरोपी मुर्तजा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। हालांकि, पुलिस ने उसे 7 दिनों की रिमांड पर लिया है। उसका मेडिकल कराया गया है। जल्द ही उसे पुलिस घटनास्थल ले जा सकती है।
आतंकी संगठन ने बनाया मोहरा
ATS का मानना है कि मुर्तजा को किसी आतंकी संगठन ने मोहरा बनाया है। किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए ये रिहर्सल किया गया है। घटना के वक्त मुर्तजा जिस तरह हथियार लिए सड़क से लेकर मंदिर परिसर में दौड़ रहा था, उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर उसके पास फायर करने का कोई हथियार या बम होता तो वह क्या कर सकता था। घटना के वक्त उसके मुंह से निकला हुआ नारा ”अल्लाह हू अकबर…मैं चाहता हूं, तुम लोग मुझे गोली मार दो” का मतलब साफ है कि वह मरने और मारने पर पूरी तरह उतारू था।
पिता से पैसे लेकर खरीदा था 1 लाख का लैपटाप
जांच एजेंसियों के मुताबिक मुर्तजा ने अपने पिता को कुछ दिन पहले बताया था कि उसका पुराना लैपटॉप खराब हो गया है। ऐसे में उसे नया लैपटॉप लेना है। पिता ने उसे लैपटॉप खरीदने के लिए एक लाख रुपए दिए थे। जिसके बाद बीते 10 मार्च को उसने ऑनलाइन 96 हजार रुपए में एप्पल का लैपटॉप खरीदा था। इसी लैपटॉप में मिले संदिग्ध दस्तावेजों के आधार पर टीम उसकी जांच कर रही है। पुराने लैपटॉप को भी कब्जे में लेकर उसका डाटा रिकवर किया जा रहा है।
सीरिया के लोगों के संपर्क में था!
हमलावर सोशल मीडिया व ऑनलाइन के जरिए सीरिया स्थित आईएसआईएस से जुड़े कुछ लोगों के संपर्क में था। उसके लैपटॉप में आईएसआईएस की विचारधारा से जुड़ी चीजें मिली हैं। अधिकारियों के मुताबिक मुर्तजा लोन वोल्फ अटैक की तैयारी कर रहा था। मुर्तजा के मोबाइल फोन से कुछ फतवे मिले है जो इशारा करते हैं कि वह किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की नीयत से आया था। वह हथियार चलाने और लोन वोल्फ अटैक के तौर-तरीकों के भी इंटरनेट पर सर्च करता था।
अयोध्या, काशी, मथुरा के अलावा अब गोरखनाथ मंदिर आतंकियों के निशाने पर
अलर्ट रविवार को हुए हमले से पहले केंद्रीय एजेंसियों ने अपने अलर्ट में इसकी आशंका जताई थी। करीब 20 दिन पहले नेपाल के रास्ते यूपी में घुसपैठ होने के सुराग भी खुफिया एजेंसियों को मिले थे। जांच एजेंसियों ने अंदेशा जताया था कि आतंकी संगठन अयोध्या, काशी, मथुरा के अलावा अब गोरखनाथ मंदिर को भी निशाने पर लेने की तैयारी कर रहे हैं।
-एजेंसियां
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