आगरा। आगरा–मथुरा हाईवे पर रविवार शाम हुआ दर्दनाक हादसा केवल दो एमबीबीएस छात्रों की जान नहीं ले गया, बल्कि हाईवे पर अव्यवस्थित ट्रैफिक सिस्टम की हकीकत भी उजागर कर गया। आईएसबीटी के समीप जिस स्थान पर यह दुर्घटना हुई, वहां रोडवेज बसों का दो लेन पर कब्ज़ा, ढलान पर तेज रफ्तार से उतरते वाहन और पुलिस की निष्क्रियता मिलकर लगातार हादसों को जन्म दे रहे हैं। इस लापरवाही का परिणाम इस बार दो होनहार मेडिकल छात्रों की मौत के रूप में सामने आया।
आईएसबीटी के पास हुआ हादसा, दो मेडिकल छात्रों की मौत
रविवार शाम करीब 6 बजे आईएसबीटी पुल से पहले कट के पास MBBS छात्रों सिद्ध गर्ग (22), निवासी कमला नगर, आगरा और तनिष्क गुप्ता (22), निवासी आवास विकास कॉलोनी, हरदोई की बाइक को अज्ञात वाहन ने साइड से टक्कर मार दी।
टक्कर के बाद बाइक अनियंत्रित होकर पलट गई और दोनों छात्र डिवाइडर से सिर टकराने से गंभीर रूप से घायल हो गए। अत्यधिक रक्तस्राव के कारण बचाया नहीं जा सका। उन्हें निजी अस्पताल और फिर एसएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे की खबर से एसएन मेडिकल कॉलेज में शोक की लहर दौड़ गई।
हाईवे पर ट्रैफिक प्रबंधन की गंभीर खामियां उजागर
आईएसबीटी के सामने हाईवे पर हादसों का सिलसिला लंबे समय से जारी है।
रोडवेज बसें अक्सर दो-दो लेन पर खड़ी रहती हैं, जिससे वाहनों के लिए केवल एक लेन बचती है।
ट्रांसपोर्ट नगर फ्लाईओवर से आईएसबीटी तक लंबा ढलान है, जिससे वाहन स्वतः गति पकड़ लेते हैं।
सामने अचानक खड़ी बसें मिलने पर दुर्घटना की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।
मौके पर पुलिसकर्मी मौजूद रहते हैं, लेकिन गलत पार्किंग और बसों की अव्यवस्थित लाइन पर कार्रवाई नगण्य है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यहां कड़ा ट्रैफिक नियंत्रण होता तो कई जानें बच सकती थीं।
दो परिवारों पर टूटा दुख का पहाड़
सिद्ध गर्ग (22), आगरा
MBBS तृतीय वर्ष का छात्र
पहले प्रयास में ही मेडिकल में चयन
पिता राजेश अग्रवाल का जनरेटर व्यवसाय
दोपहर में वह एक दोस्त के यहां जाने की बात कहकर निकला था। रात को दुर्घटना की खबर आई तो घर में कोहराम मच गया। मां बेटे का नाम लेकर बार-बार बेहोश हो जाती हैं। कर्मयोगी एन्क्लेव और विमल वाटिका क्षेत्र में शोक का माहौल है।
तनिष्क गुप्ता (22), हरदोई
ईंट-भट्ठा कारोबारी अरविंद गुप्ता का छोटा बेटा
MBBS छात्र, घर में सबसे दुलारा
माता-पिता, भाई और दो बहनों का परिवार
उसकी मौत की खबर मिलते ही आवास विकास कॉलोनी, हरदोई में मातम छा गया। परिवार रात में ही आगरा पहुंचा
समाज ने खो दिए दो भावी डॉक्टर
सिद्ध और तनिष्क दोनों अपने परिवारों की उम्मीद और समाज का भविष्य थे। यह हादसा केवल तेज रफ्तार या लापरवाही नहीं, बल्कि हाईवे की अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था की बड़ी खामियों का परिणाम है।
स्थानीय लोगों का कहना है “यदि पुलिस और ट्रैफिक विभाग समय रहते सख्ती बरतता, तो शायद आज दोनों छात्र जीवित होते।”
यह हादसा एक बार फिर सवाल खड़ा करता है कि हाईवे पर बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन कब होगा और क्या इसके लिए और जानों की कीमत चुकानी पड़ेगी?

