महाकुंभ -2025 में गोविंद वल्लभ पंत संस्थान में कुंभ डॉक्युमेंटेशन एंड अर्काइव रिसोर्स सेंटर (केडीएआरसी) की स्थापना की जाएगी। यह सेंटर श्रद्धालुओं के लिए कुंभ से संबंधित इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त करने का बड़ा माध्यम होगा। इस सेंटर के माध्यम से कुंभ मेले से जुड़ी संस्कृति, परंपराओं, प्रबंधन, संगठनों, नीतियों और अनुभवों की भी जानकारी मिलेगी। यह कुंभ पर रिसर्च का एक अहम केंद्र होगा।
कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जो अब इस सेंटर के माध्यम से दस्तावेज के रूप में भी उपलब्ध होगा। पांच करोड़ की लागत से इस सेंटर को एमएनएनआईटी, ट्रिपल आईआईटी, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और गोविंद बल्लभ पंत सोशल साइंस इंस्टीट्यूट के माध्यम से तैयार किया जाएगा। रिसोर्स सेंटर और अर्काइव में कुंभ मेले से संबंधित ज्ञानपरक दस्तावेजों, डेटा, रिपोर्ट, विद्वानों के शोध का भंडार होगा। इसके अलावा कुंभ गैलरी में कुंभ के विभिन्न क्षणों को चित्रित करने वाला कोलाज भी मिलेगा। इसके अतिरिक्त छोटे शोध प्रोजेक्ट भी हो सकेंगे। इसके तहत डाटाबेस तैयार करने और कुंभ और संबंधित मुद्दों पर साइंटिफिक डॉक्युमेंटेशन तैयार करने के लिए प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे।
इतना ही नहीं, प्रयागराज कुंभ फेलोशिप की भी शुरुआत की जाएगी, जिसमें रिसर्च पेपर लिखने के लिए स्कॉलर्स को फेलोशिप दी जाएगी। इनके शोध पत्र को अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित कराया जाएगा। ताकि, दुनिया भर में कुंभ मेले के बारे में ज्ञान और अनुभव का प्रसार किया जा सके। यह सेंटर एक नॉलेज हब की तरह कार्य करेगा। जहां सेमिनार और ब्रेनस्टॉर्मिंग वर्कशॉप का भी आयोजन किया जाएगा।
कुंभ डॉक्युमेंटेशन एंड अर्काइव रिसोर्स सेंटर (केडीएआरसी) की स्थापना के लिए एपेक्स कमेटी की ओर से सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। इस केंद्र की स्थापना गोविंद वल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान में कराई जाएगी। विजय किरन आनंद, कुंभ मेलाधिकारी।
-एजेंसी
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