संसद के मॉनसून सत्र के पांचवें दिन की शुरुआत भी हंगामेदार रही। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सांसदों ने एक बार फिर प्रश्नकाल के दौरान हंगामा व नारेबाजी शुरू कर दी। दोनों सदनों में हंगामे को लेकर लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला और राज्यसभा में उपसभापति वेंकैया नायडू ने विपक्षी दलों के सांसदों के रुख पर नाराजगी जताई। सरकार की तरफ से विपक्ष के रवैये की आलोचना की गई।
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन में चर्चा नहीं होने देने को लेकर विपक्ष को निशाने पर लिया। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। बाद में जब फिर कार्यवाही शुरू हुई तब भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा।
आप यहां नारेबाजी करने आए हैं
लोकसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होती ही विपक्षी दल के सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। स्पीकर ओम बिरला के बार-बार कहने के बावजूद भी विपक्षी सांसदों की नारेबाजी जारी रही। स्पीकर ने प्रश्नकाल सुचारू रूप से चलने देने की अपील की। इसका कोई असर विपक्षी सांसदों पर नहीं पड़ा। ऐसे में स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आप यहां नारेबाजी करने आए हैं या प्रश्न पूछने आए हैं। संसद के बाहर नारेबाजी कर सकते हैं, यहां जनता से जुड़े से मुद्दे उठाएं।
राज्यसभा में जारी रहा हंगामा
राज्यसभा में विपक्ष का रवैया लोकसभा के जैसा ही रहा। विपक्षी सदस्यों के व्यवहार से राज्यसभा के उपसभापति वेंकैया नायडू आहत दिखाई दिए। नायडू ने कहा कि आपने सदन का एक हफ्ते खराब कर दिया। कीमती समय बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि आप यहां चर्चा करने आए हैं। लेकिन आपने लोगों का समय खराब किया। प्लेकार्ड मत लाइए हाउस में।
वित्त मंत्री के आते ही महंगाई पर चर्चा होगी
सरकार की तरफ से विपक्ष के रवैये की आलोचना की गई। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम चर्चा करने के लिए तैयार हैं। जो विपक्ष मेंशन करना चाहती है वो जीरो आवर में आप कर सकते हैं। जोशी ने कहा कि विपक्ष प्रश्नकाल भी नहीं चलने देना चाहते हैं। ये सदन चर्चा करने के लिए है। प्रश्नकाल चलने देना चाहिए। जैसे ही वित्त मंत्री आएंगी हम चर्चा करेंगे। हम विपक्षी की इस रवैये की निंदा करते हैं।-
-एजेंसी