कासगंज। राज्य महिला आयोग की सदस्य स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर कॉलेजों में शिक्षा की दिशा और दशा बदलने में लगी हुई हैं। उन्होंने सोमवार को शहर के चार इंटर काँलेजो को निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कहीं छात्र, छात्राओं की थाली से दोपहर को मिलने वाला माध्यान्ह भोजन गायब मिला, तो कहीं विधार्थियों को पीने वाली पानी टंकियों में चूहों, छिपकलियों और बंदरों की पोटी मिली।
जिससे उन्होंने नाराजगी जताई और एसडीएम को फोन कर घटनाक्रम से अवगत कराया, लेकिन उन्होंने शिकायत लिखित में दर्ज कराने की बात कहीं। जिससे उनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने महिला आयोग से कार्रवाई कराने की चेतावनी दी है।
राज्य महिला आयोग की सदस्य रेनू गौड़ जिले की व्यवस्थाओ को लेकर गंभीरता दिखा रही हैं। सोमवार को उन्होंने एसजी इंटर काँलेज का निरीक्षण किया। जहां जुलाई माह से आज तक मिड-डे मिल ही नहीं बना। जीजीआईसी काँलेज में एक सप्ताह से बच्चों को मिड डे मिल बन रहा था, लेकिन मीनू के अनुसार नहीं।
सोमवार को मीनू रोटी सब्जी का था, लेकिन दलिया बना बो भी मानक के अनुरूप, उसमें कोई पौष्टिक आहार नहीं था। उसके बाद वह एमजी इंटर काँलेज में पहुंची जहां माध्यान्ह भोजन बच्चों की थाली से कोसों दूर था। पूछने पर प्रिंसीपल प्रवीना यादव ने बताया कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है। बाद में प्रिंसीपल ने पानी मंगाया तो, पानी में दुर्गंध आ रही थी। उन्होंने पीने से इंकार दिया और काँलेज में लगा पानी का वाटर टैंक देखा तो उस टैंक का ढक्कन गायब था।
टैंक में बंदर, चूहों, और छिपकली की पोटी पड़ी हुई थी। उन्होंने नाराजगी व्यक्त की टैंक की सफाई कराने के निर्देश दिए। उसके बाद वह आवास विकास काँलोनी स्थित बीएबी इंटर काँलेज में पहुंची। जहां माध्यान्ह भोजन बनते हुए तो मिला, लेकिन रोस्टर के अनुरूप तहरी बन रही थी, पानी के टैंक में यहां भी गंदगी मिली।
उन्होंने नाराजगी जाहिर करते एसडीएम सदर को फोन लगाया और घटना से अवगत कराने के प्रयास किये, लेकिन एसडीएम ने उन्हें साफ शब्दों में जबाब दिया कि पहले आप लिखित में आकर शिकायत दर्ज करायें, उसके बाद एक्शन लिया जायेगा। एसडीएम की कार्यप्रणाली से वह असंतुष्ट हो गई। उन्होंने बताया महिला आयोग को लिखित में शिकायत कर बच्चों के साथ खिलवाड़ नहीं होने दी जायेगी।
-साभार सहित