कर्नाटक की हुबली धारवाड़ की सेंट्रल सीट पर बीजेपी से पाला बदलकर गए जगदीश शेट्टार की हार हो गई है। टिकट न मिलने से नाराज जगदीश शेट्टार कांग्रेस में शामिल हो गए थे। शेट्टार की बगावत के बाद बीजेपी ने इस सीट पर महेश तेंगिनाकाई को मैदान में उतारा था। जिसके बाद सभी की निगाहें हुबली धारवाड़ की इस कांटे वाली सीट पर लगी हुई थीं। आंकड़ों के मुताबिक जगदीश शेट्टार की 35,570 वोटों से हार हुई है। बीजेपी के कैंडिडेट महेश तेंगिनाकाई को 64,910 वोट मिले हैं, जबकि जगदीश शेट्टार को महज 29,340 वोट मिले हैं।
शेट्टार बीजेपी के दिग्गज नेता होने के साथ ही येदियुरप्पा के बाद दूसरे सबसे बड़े लिंगायत नेता रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस का हाथ थामने के बाद कर्नाटक के पूर्व सीएम रह चुके शेट्टार की बगावत फिलहाल उनके खुद के लिए काम नहीं आई। लेकिन कहीं न कहीं यह कहा जा सकता है कि शेट्टार हारकर भी कांग्रेस के लिए बाजीगर बन गए। दरअसल शेट्टार के कांग्रेस में आने से पार्टी से दूर रहने वाला लिंगायत समुदाय कहीं न कहीं पास आ गया है।
येदियुरप्पा ने शेट्टार को लेकर कही थी यह बात
बीजेपी के लिंगायत चेहरे के रूप में सबसे बड़ा कद रखने वाले कर्नाटक के पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने जगदीश शेट्टार को लेकर बड़ी बात कही थी। येदियुरप्पा ने कहा था कि जगदीश शेट्टार बीजेपी को करीब 20-25 सीटों पर बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। दरअसल, येदियुरप्पा के बाद शेट्टार कर्नाटक में दूसरा सबसे बड़ा लिंगायत चेहरा माने जाते हैं। ऐसे में अगर कांग्रेस को कामयाबी दिलाने को लेकर बीते दिनों शेट्टार के इर्द-गिर्द सियासत घूमती नजर आई थी।
टिकट कटने से खासा नाराज हुए थे शेट्टार
बीजेपी ने उम्र फैक्टर अप्लाई होने के बाद भी शेट्टार टिकट का हक रखते थे। इसके बाद भी मौजूदा विधायक का टिकट कट जाने से जगदीश शेट्टार खासा नाराज हो गए थे। बीजेपी की दूसरी सूची में नाम न होने के बाद शेट्टार ने कड़ा विरोध जताते हुए कहा था कि मैं हर हाल में चुनाव लड़ूंगा। जिसके बाद से बीजेपी आलाकमान ने शेट्टार को मनाने की कोशिश की थी। येदियुरप्पा ने तो यहां तक कह दिया था कि वे इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है कि बीजेपी शेट्टार को 99 फीसदी टिकट देगी। जिसके बाद भी शेट्टार को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया था।
Compiled: up18 News