आगरा: शाहगंज स्थित कोठी मीना बाजार मैदान पर बनाए गए वृहद पंडाल में राम कथा कह रहे जगदगुरू स्वामी रामभद्राचार्य ने पांचवें दिन की कथा की शुरुआत में कहा कि वे भाजपा के एजेंट नहीं हैं, भाजपा जरूर उनकी एजेंट हो सकती है।
उन्होंने कहा कि देश में हिंदू ग्रंथों का बहुत अपमान हुआ है और इसका बदला ब्याज समेत लिया जाएगा। वे अयोध्या में रामभक्तों पर गोली की घटना भूले नहीं हैं, तब सरयू नदी राम भक्तों के खून से लाल कर दी गई थी। लोगों को घरों से खींच कर मारा गया था। मुझे भी जेल में बंद किया गया और पुलिस ने लाठी मारकर मेरी कलाई तोड़ दी थी।
एक अन्य विवाद पर उन्होंने कहा, “मैं मुलायम सिंह या कांशीराम का निरादर नहीं कर रहा हूं, लेकिन दोनों दिवंगत हो चुके हैं, जबकि प्रभु राम के नाम का प्रभाव आज और सशक्त हो गया है। इसीलिए मैंने कहा कि मर गए मुलायम कांशीराम, प्रेम से बोलो जयश्रीराम।”
उन्होंने पुनः कहा कि इस देश में रहने वालों को वन्दे मातरम कहना होगा। गैर हिंदुओं को सीख देते हुए उन्होंने कहा कि वे आक्रांताओं के वंशज बनकर नहीं, बल्कि देश के निर्माण में सहयोग करने वाले बनें।
उन्होंने कहा कि देश में राम मंदिर का निर्माण पूरा होने जा रहा है, कृष्ण जन्मभूमि व काशी विश्वनाथ मंदिर भी मुक्त होंगे, गंगा और यमुना नदी शुद्ध होंगी। आगरा में भी यमुना नदी में अविरल धारा बहेगी।
कथा के पांचवें दिन उन्होंने प्रभु राम की बाल लीलाओं का वर्णन किया। कथा में शुक्रवार को प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा, प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति, सांसद राजकुमार चाहर, विधायक प्रो. धर्मपाल सिंह, विधायक विजय शिवहरे, बाबूलाल व नेशनल चैम्बर के अध्यक्ष राजेश गोयल व अन्य भी पहुंचे।