आगरा:- भाभी और देवर के अवैध संबंधों की भेंट आठ वर्षीय मासूम चढ़ गया। मामले में खुलासा आगरा टीम ने आज करते हुए कलयुगी माँ और दरिंदे चाचा को गिरफ्तार कर किया। घटना के बाद से अंदाजा लगाया जा रहा था कि कोई बेहद करीबी ही शामिल है। पुलिस सभाघर में मंगलवार को खुलासा कर आठ वर्षीय मासूम के हत्यारों को जेल भेज दिया गया है।
आगरा में 8 साल के मासूम की हत्या उसकी मां और चाचा ने मिलकर की थी। मां के देवर के साथ अवैध संबंध थे। मासूम ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। उन्हें डर था कि वो सबको बता देगा।
इसलिए उसकी कपड़े धोने वाली मुगरी से सिर पर हमला कर मार डाला। इसके बाद लाश को छत पर छुपा दिया। फिर दोनों पुलिस और घर वालों ने सामने रोने का नाटक करते रहे। आरोपी मां और चाचा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
नया गांव निवासी करन सिंह का 8 साल का बेटा रौनक शुक्रवार (29 नवंबर) शाम करीब 5 बजे अचानक घर के बाहर से लापता हो गया था। परिजनों ने बच्चे की चारों तरफ तलाश की थी। जब बच्चा नहीं मिला, तो गुमशुदगी की FIR कराई।
तीन बाद यानी सोमवार को सुबह करीब साढ़े 6 बजे घर के पीछे बोरे एक लाश मिली। बोरे से खून रिस रहा था। बोरे को खोलकर देखा, तो उसमें रौनक का शव था। शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। सिर से खून बह रहा था।
डीसीपी पूर्वी अतुल शर्मा ने बताया-पुलिस जब पहुंची, तो मृतक बच्चे के चाचा भानु के घर की छत पर जांच में खून के निशान मिले थे। इसके अलावा घर की सीढ़ियों पर भी खून मिला था। ऐसे में चाचा शक के दायरे में आया। जिस दिन बच्चा गायब हुआ था, उस दिन भानु ने ही सबसे पहले बच्चे के लापता होने की बात कही थी। वो बार-बार कह रहा था कि बच्चे का अपहरण हुआ है।
15 मिनट में सच कबूला
पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाने के बाद चाचा को पूछताछ के लिए बुलाया। पहले तो वो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा। लेकिन, 15 मिनट की पूछताछ में वो टूट गया। गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया-उसके और भाभी यशोदा के बीच में अवैध संबंध थे। दोपहर करीब 4 बजे भतीजे रौनक ने उन्हें कमरे में आपत्ति जनक हालत में देख लिया था। इससे दोनों घबरा गए। कमरे के बाहर ही कपड़े धोने की मुगरी पड़ी थी। उसने रौनक के सिर में मारी। एक प्रहार में ही वो गिर पड़ा। इसके बाद उसने लगातार 6-7 वार किए। जब बच्चा मर गया, तो उसके शव को छत पर ले जाकर लकड़ी और भूसे के गठ्ठर के नीचे छिपा दिया।
पुलिस के डर से फेंका शव
तीन दिन तक शव को छत पर ही छिपाए रखे था। रविवार को रौनक के पिता ने घर में कहा था कि सोमवार को वो आगरा में पुलिस कमिश्नर से मिलने जाएगा, जिससे की डॉग स्क्वायड को भेजा जा सके। ये बात यशोदा ने अपने देवर भानु को बताई। उनको लगा कि डॉग स्क्वायड आया तो शव का पता चल जाएगा।इसलिए दोनों ने शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। सोमवार सुबह 4 बजे मां यशोदा छत पर गई। आरोपी चाचा मकान के नीचे खड़ा हो गया। रस्सी से शव को बांधकर नीचे उतारा। इसके बाद शव को गली में छोड़कर दोनों वापस घर आ गए।
परिवार के सामने दहाड़े मारकर रोते थे दोनों
बच्चे की हत्या के बाद मां और चाचा घर वाले और पुलिस के सामने नाटक करते रहे। चाचा घरवालों के साथ बच्चे को तलाशने का नाटक करता रहा। ऐसे ही मां भी सभी लोगों को गुमराह करती रही। बच्चे का शव मिलने के बाद भी वो रोने का नाटक करती रही।
रिपोर्टर- लवी किशोर
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