अदानी स्टॉक विवाद को संभालने में सक्षम हैं भारत के रेग्यूलेटर: वित्त मंत्री

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भारत के रेग्यूलेटर काफी अनुभवी हैं: निर्मला सीतारमण

भारतीय रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीतारमण ने कहा, “भारत के नियामक बहुत अनुभवी हैं और वे अपने डोमेन के विशेषज्ञ हैं।” हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद अदानी समूह के शेयरों पर बड़े पैमाने पर असर पड़ा है। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में लेखांकन धोखाधड़ी, स्टॉक में हेरफेर और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे आरोप लगाए गए हैं। इसके बाद से कंपनियों के स्टॉक की कीमतें तेजी से गिरने लगीं।

वित्त मंत्री ने शनिवार को आरबीआई के केंद्रीय निदेशक मंडल को वर्ष 2023-24 के लिए हाल ही में जारी केंद्रीय बजट की जानकारी दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीतारमण ने कहा कि नई कर व्यवस्था, बजट के केंद्र बिंदुओं में से एक है। सीबीडीटी के मुताबिक, 10 फरवरी, 2023 तक डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में लगातार वृद्धि दर्ज हो रही है। ग्रोस कलेक्शन में 15.67 लाख करोड़ रुपये है। इसमें पिछले साल की तुलना में 24.09% वद्धि हुई है। वहीं, पिछले साल की तुलना में 18.4% वृद्धि के साथ डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 12.98 लाख करोड़ है।

डिजिटल संपत्ति में वृद्धि के बारे में बात करते हुए, सीतारमण ने कहा कि भारत एक सामान्य ढांचे के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने के लिए जी20 देशों के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा, “क्रिप्टो में बहुत सारी तकनीक शामिल हैं, इसमें 99 प्रतिशत तकनीक हैं। हम सभी देशों से बात कर रहे हैं कि अगर सभी देश एक मानक संचालन प्रक्रिया हासिल कर सकते हैं… जो एक नियामक ढांचे का पालन करते हुए प्रभावी होगी।”

गौतम अदानी मामले में सेबी ने शुरू की जांच

वहीं, गौतम अदानी की कंपनियों को लेकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद सेबी ने जांच शुरू कर दी है। सर्वोच्च न्यायालय ने भी सेबी से अपना पक्ष रखने को कहा है।

Compiled: up18 News


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