ईरान में हिजाब न पहनने के लिए महसा अमीनी की हत्या की भारतीय मुस्लिम संगठन ने निंदा की है। ‘इंडियन मुस्लिम्स फॉर सेक्युलर डेमोक्रेसी’ (IMSD) वहां के ‘प्रगति विरोधी’ और ‘तानाशाही’ कानूनों के खिलाफ आवाज उठाई है। ईरान पुलिस ने बीते सप्ताह तेहरान में पहनावे से संबंधित कानून का कथित तौर पर उल्लंघन करने के आरोप में 22 वर्षीय महसा अमीनी को गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि अमीनी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई और उसके साथ कोई बदसलूकी नहीं की गई थी, लेकिन युवती के परिवार ने पुलिस के बयान पर संदेह जताया है।
आईएमएसडी ने अपने बयान में कहा, ‘आईएमएसडी ईरान के प्रगति विरोधी और तानाशाही कानूनों तथा नागरिकों के अधिकारों के दमन की कड़ी निंदा करता है।’ समूह ने कहा कि 21वीं शताब्दी के तीसरे दशक में महज सिर न ढंकने के लिए किसी की हत्या कर देना एक बर्बर कृत्य है।
बयान में कहा गया है, ‘इसके साथ ही भारतीय मौलानाओं द्वारा ईरानी महिलाओं के अधिकारों का समर्थन नहीं करने पर भी सवाल खड़े होते हैं। भारत में हिजाब विवाद के परिप्रेक्ष्य में इससे नए तर्क पैदा होते हैं।’ आईएमएसडी के बयान का लगभग सौ हस्तियों ने समर्थन किया है। इनमें स्वतंत्रता सेनानी जी जी पारिख, जावेद अख्तर, शबाना आजमी, नसीरुद्दीन शाह, जीनत शौकत अली, योगेंद्र यादव और तुषार गांधी शामिल हैं।
ईरान में हिजाब के विरोध में फूंके गए थाने
ईरान में पुलिस कस्टडी में महसा अमीनी की मौत के बाद से हिजाब के खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शन दिनोंदिन तेज होते जा रहे हैं। शुक्रवार को भी ईरान के कई शहरों में प्रदर्शनकारियों की सुरक्षाबलों से हिंसक भिड़ंत हुई। वहां के सरकारी मीडिया ने हिंसा में मरने वालों की तादाद 26 बताई गई है। हालांकि सोशल मीडिया से छन-छनकर सामने आ रही खबरों में दावा किया गया है कि मरने वालों की तादाद 40 को पार कर चुकी है।
पश्चिमोत्तर कुर्दिस्तान स्थित महसा के शहर से यह विरोध बीते शनिवार को शुरू हुआ था, जो अब राजधानी तेहरान समेत 50 से ज्यादा शहरों में पहुंच चुका है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थाने और कई गाड़ियां जला दी हैं। महिलाएं हिजाब जलाकर और अपने बाल काटकर अमीनी की मौत का विरोध कर रही हैं।
सरकार दुनिया तक इन प्रदर्शनों से जुड़ी खबरें रोकने के लिए फेसबुक, टेलीग्राम, ट्विटर और यूट्यूब बैन कर चुकी है। अमेरिका ने प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद ईरान की मोरैलिटी पुलिस और खुफिया व सुरक्षा से जुड़े अन्य सरकारी अफसरों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इन विभागों और लोगों को अमेरिका में संपत्तियों और बैंक खातों तक पहुंच को रोका गया है।
…एंकर ने हिजाब पहनने से इंकार किया
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने हिजाब न पहनने पर अमेरिकी महिला पत्रकार को इंटरव्यू देने से इंकार कर दिया। रईसी का CNN के साथ इंटरव्यू होने वाला था। उन्होंने एंकर के सामने हिजाब पहनकर इंटरव्यू लेने की शर्त रख दी। एंकर क्रिस्टीन एमनपोर ने हिजाब पहनने से इंकार कर दिया। एंकर ने कहा, यहां हिजाब पहनने का नियम नहीं है। एंकर खुद ईरान की हैं और तेहरान में पली-बढ़ीं हैं। ईरानी प्रेसिडेंट रईसी संयुक्त राष्ट्र महासभा में शामिल होने के लिए इन दिनों न्यू यॉर्क में हैं।
-एजेंसी
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