मक्की को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का भारत ने किया स्‍वागत

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गौरतलब है कि अब्दुल रहमान मक्की लश्कर नेता हाफिज सईद का बहनोई भी है। इतना ही नहीं मक्की ने लश्कर के लिए कई भूमिकाएं भी निभाई हैं। इसमें तमाम तरीकों से संगठन के लिए धन जुटाना शामिल है।

मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित करने के फैसले का स्वागत

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि आतंकवादी संगठनों से क्षेत्र में खतरा अधिक बना हुआ है। यूएनएससी द्वारा की जाने वाली लिस्टिंग और प्रतिबंध इस तरह के खतरों को रोकने और क्षेत्र में आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के लिए एक प्रभावी उपकरण हैं।

उन्होंने आगे कहा कि भारत आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत आतंकवाद के खिलाफ विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय पर दबाव डालता रहेगा। हम किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत ने 2021-22 के दौरान अपने UNSC कार्यकाल के दौरान पाक स्थित आतंकवादियों की एक सूची बनाई थी। 2022 के दौरान भारत ने 1267 आईएसआईएल (दाएश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत 5 नाम पेश किए थे। इनमें अब्दुल रहमान मक्की (एलईटी), अब्दुल रऊफ असगर (जेईएम), साजिद मीर (एलईटी), शाहिद महमूद (एलईटी), तल्हा सईद (एलईटी) का नाम था।

इन 5 नामों में से प्रत्येक को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के खिलाफ शुरू में चीन द्वारा तकनीकी रोक लगाई गई थी, जबकि यूएनएससी के अन्य सभी 14 सदस्य उनकी लिस्टिंग के लिए सहमत हुए थे। मक्की का मामला 1 जून 2022 को भारत ने परिषद में पेश किया था। भारत के इस समर्थन पर अमेरिका ने भी अपनी सहमति जताई थी। तब चीन ने 16 जून 2022 को एक तकनीकी रोक लगा दी थी। इसके 6 महीने के बाद फिर से दिसंबर के मध्य में भारत ने फिर से इस मुद्दे को तेज किया था।

Compiled: up18 News