आगरा: आगरा के जिला अस्पताल में कुत्तों द्वारा काटे जाने वाले मरीजों की ओपीडी लगातार बढ़ती चली जा रही है। मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है जिससे जिला अस्पताल प्रशासन को भी खासा मुश्किलें होने लगी हैं। जिला अस्पताल प्रशासन अब कुत्तों के आतंक की रिपोर्ट तैयार करेंगे और उसे जिला प्रशासन को सौंपेंगे।
रिपोर्ट होगी तैयार
कुत्तों द्वारा काटे जाने वाले मरीजों की संख्या बढ़ने से एंटी रेबीज इंजेक्शन की भी डिमांड बढ़ने लगी है जो जिला अस्पताल के लिए सिरदर्द बनी हुई है। इस पूरे मामले से जिला अस्पताल प्रशासन ने हाल ही में निरीक्षण करने आए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को रूबरू कराया था। उन्होंने जिला अस्पताल प्रशासन को एक रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए जिसमें किस क्षेत्र में कुत्तों का आतंक है, किस क्षेत्र के स्वानो द्वारा काटे जाने वाले मरीज अधिक संख्या में जिला अस्पताल आ रहे हैं, इसकी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए थे। जिला अस्पताल प्रशासन अब इस रिपोर्ट को तैयार करने में जुट गया है।
खत्म हो रहे एंटी रेबीज इंजेक्शन
सीएमएस डॉ. ए.के. अग्रवाल का कहना है कि जितनी तेजी के साथ कुत्तों द्वारा काटे जाने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है, उसी के हिसाब से एंटी रेबीज इंजेक्शन की डिमांड और खपत हो रही है। पहले 1 दिन में 40 से 50 बाईल एंटी रैबीज की खत्म होती थी लेकिन अब 1 दिन में डेढ़ सौ तक संख्या जा पहुंची है। 1 दिन में इतनी तादाद में एंटी रैबीज इंजेक्शन खत्म होने से लखनऊ से भी एंटी रैबीज इंजेक्शन मिलने में अब दिक्कतें होने लगी है।
सीएमएस ए.के. अग्रवाल ने बताया कि पिछले दिनों जिला अस्पताल में निरीक्षण करने आए प्रमुख सचिव ने भी कुत्तों के इस आतंक और समस्या से निगम अधिकारियों को रूबरू कराने की बात कही थी जिससे आवारा कुत्तों को पकड़ने की कार्रवाई हो सके।
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