आगरा। रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी का बड़ा मामले की शिकायत आज पीड़ित बेरोजगारों ने आगरा पुलिस से की। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने मामले में आरोपी भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। मामले में थाना प्रभारी बरहन को आरोपियों से जुड़े अन्य लोगों की जानकारी करने को कहा है। रेलवे में कहां ट्रेनिंग कराई गई और वह कैसे हुई। इस मामले में भी पुलिस छानबीन करेगी
कोचिंग संचालक दो भाइयों ने 200 से अधिक युवाओं से 20 करोड़ रुपए की ठगी की, नौकरी के नाम पर इनसे 6 से 12 लाख रुपए तक लिए गए। पूरी प्रक्रिया एक सिंडीकेट की भांति काम कर रही थी इसीलिए संचालक ने फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर 3 महीने की ट्रेनिंग भी रेलवे की वर्कशॉप देहरादून, दिल्ली और भुवनेश्वर में कराई।
ऐसे खुला मामला
मंगलवार को करीब 40 बेरोजगार युवाओं ने एसएसपी प्रभाकर चौधरी से मिलकर मामले की शिकायत की। बेरोजगार युवाओं ने बताया कि आंवलखेड़ा में विवेक शर्मा और रिंकू शर्मा दोनों भाई रेलवे की कोचिंग चलाते हैं। आरोपी कोचिंग संचालकों ने नौकरी दिलाने के नाम पर 20 करोड़ रुपए ठग लिए हैं।
देहरादून में कराई ट्रेनिंग
गाजियाबाद से आगरा पहुंची अंजलि सिसौदिया ने बताया कि आरोपियों ने नौकरी के नाम पर किसी से 6 लाख रुपए तो किसी 12 लाख रुपए लिए थे।
पैसा देने वाले युवा इनकी बातों पर भरोसा कर लें इसलिए कोचिंग संचालकों ने अपने नाम की चेक बुक से उनके द्वारा दिए गए पैसों को भर कर देते थे। संचालकों ने यह रुपए चेक के जरिए लिए थे।
देशभर के कई शहरों से करीब 200 युवक-युवतियों से आरोपियों में इसी तरह ठगी की है। अभय शर्मा नाम का व्यक्ति रेलवे अफसर बनकर मिला था।
उन्होंने ही भुवनेश्वर रेलवे हॉस्पिटल में मेडिकल कराया था। इसके बाद मैनुअली फर्जी ज्वाइनिंग लेटर युवाओं थमा दिया। जब वेतन नहीं मिला तो पता चला कि ज्वाइनिंग लेटर फर्जी हैं।
फर्जी ज्वाइनिंग लेटर के साथ चेकबुक भी दी
पीड़ित युवाओं ने बताया कि ठगी का यह सिलसिला 2014 से शुरू हुआ था जो अब तक चल रहा है। पीड़ितों को आरोपी अब तक नौकरी दिलाने के नाम पर टहलाता रहा है।
रेलवे में छोटे पदों पर नौकरी देकर बाद में प्रमोशन कराने का आश्वासन भी ठगों ने युवाओं को दिया था। आरोपियों से रुपए लौटाने को कहा गया तो आरोपी मिलना बंद कर दिए। आरोपियों ने फर्जी ज्वाइनिंग लेटर के साथ चेकबुक भी दी थी।
-एजेंसी