प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ के 118वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने 25 जनवरी को मनाए जाने वाले नेशनल वोटर्स डे पर चुनाव आयोग की सफलता की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग ने देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान प्रक्रिया को सुनिश्चित किया है जिससे भारत की लोकतांत्रिक यात्रा और मजबूत हुई है।
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से लोकतंत्र के प्रति जनता की प्रतिबद्धता को सराहा और देशवासियों से अपील की कि वे हर चुनाव में बढ़-चढ़कर वोट करें क्योंकि यह लोकतंत्र के प्रति उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि देश में पहली बार 1951-52 में चुनाव हुए थे जब कुछ लोगों को संदेह था कि क्या भारत का लोकतंत्र जीवित रहेगा लेकिन जनता ने इसे साबित कर दिया कि भारत वास्तव में “मदर ऑफ डेमोक्रेसी” है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि इस बार ‘मन की बात’ के एपिसोड को गणतंत्र दिवस के एक सप्ताह पहले, यानी तीसरे रविवार को प्रसारित किया जा रहा है क्योंकि अगले रविवार को गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। उन्होंने गणतंत्र दिवस की 75वीं वर्षगांठ की भी बधाई दी और संविधान के निर्माताओं को नमन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के महत्व पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला भारतीय संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है जहां गरीब और अमीर सभी एक साथ आते हैं। यह मेला भारत के विभिन्न हिस्सों से जुड़े लोगों को एक साथ जोड़ता है और हमारी नदियों तथा धार्मिक मान्यताओं को सम्मानित करता है। उन्होंने कहा कि इस बार कुंभ मेला में युवाओं की भागीदारी अधिक देखने को मिल रही है जो कि भारत के सांस्कृतिक भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 11 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर भी बात की और कहा कि यह दिन भारतीय संस्कृति और विरासत की महत्वपूर्ण धरोहर है। उन्होंने विकास के साथ-साथ इन परंपराओं को सहेजने और उनसे प्रेरणा लेने की बात की ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इनसे जुड़ी रह सकें।
स्पेस सेक्टर में भारत की ऐतिहासिक उपलब्धियों का भी जिक्र किया
इस एपिसोड में अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की हाल की उपलब्धियों को साझा किया। इसके साथ उन्होंने देश के वैज्ञानिकों, इनोवेटर्स, और युवा उद्यमियों की सराहना की। उन्होंने बताया कि 2025 की शुरुआत में ही भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं।
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप ‘पिक्सेल’ द्वारा भारत के पहले निजी सैटेलाइट कांस्टेलेशन ‘फायर-फ्लाई’ के सफलतापूर्वक लॉन्चिंग का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “यह दुनिया का सबसे हाई रिजॉल्यूशन हाइपर स्पेक्ट्रल सैटेलाइट कांस्टेलेशन है। इस सफलता ने भारत को आधुनिक स्पेस टेक्नोलॉजी में एक अग्रणी देश के रूप में स्थापित किया है और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी बड़ा कदम बढ़ाया है।”
पीएम मोदी ने अंतरिक्ष में सैटेलाइट डॉकिंग की सफलता पर जताई खुशी
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा अंतरिक्ष में सैटेलाइट डॉकिंग की सफलता पर भी खुशी जताई। उन्होंने बताया कि इस तकनीक का उपयोग स्पेस स्टेशन तक सप्लाई पहुंचाने और क्रू मिशन में किया जाता है। इस उपलब्धि के साथ भारत स्पेस डॉकिंग में सफल होने वाला चौथा देश बन गया है। पीएम मोदी ने अंतरिक्ष में पौधे उगाने के प्रयास की चर्चा करते हुए कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों ने लोबिया के बीज को अंतरिक्ष में भेजा, जो वहां अंकुरित हुए। उन्होंने इसे एक प्रेरणादायक प्रयोग बताया जो भविष्य में अंतरिक्ष में सब्जियां उगाने का रास्ता खोलेगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने आईआईटी मद्रास के ‘एक्सटेम’ सेंटर की भी तारीफ की जो अंतरिक्ष में मैन्युफैक्चरिंग के लिए नई तकनीकों पर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि यह सेंटर 3डी-प्रिंटेड बिल्डिंग, मेटल फोम्स, और ऑप्टिकल फाइबर जैसे इनोवेशन पर रिसर्च कर रहा है। साथ ही, बिना पानी के कंक्रीट निर्माण जैसी तकनीकें विकसित की जा रही हैं जो भारत के गगनयान मिशन और भविष्य के स्पेस स्टेशन को मजबूत बनाएंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे वैज्ञानिक और इनोवेटर्स दूरदृष्टि के साथ काम कर रहे हैं। ये उपलब्धियां दिखाती हैं कि भारत स्पेस टेक्नोलॉजी में कितनी तेजी से प्रगति कर रहा है।” उन्होंने वैज्ञानिकों, युवाओं, और इनोवेटर्स को शुभकामनाएं दीं और उनके योगदान को देश के लिए गर्व का विषय बताया। भारत की इन उपलब्धियों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि देश भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है और अंतरिक्ष क्षेत्र में विश्व में नई ऊंचाइयां छू रहा है।
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