पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चीफ इमरान खान देश छोड़ सकते हैं, ऐसी खबरों ने पूरी दुनिया में हंगामा मचा रखा है। अब इमरान ने इन तमाम खबरों को खारिज कर दिया है। इमरान ने कहा है कि देश की शहबाज सरकार सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी को साजिश के तहत शिकार बना रही है। उनका कहना था कि शहबाज की अगुवाई में पाकिस्तानियों के बीच नफरत पैदा की जा रही है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा हुआ तो फिर देश एक बड़े बंटवारे की तरफ बढ़ सकता है। इमरान ने इसके साथ ही देश में फिर से चुनाव कराने की मांग दोहराई है।
इमरान बोले, देश में ही रहूंगा
सूत्रों के हवाले से गुरुवार को ये खबरें आई थीं कि इमरान को सेना की तरफ से सिर्फ दो ही विकल्प दिए गए हैं। उन्हें कहा गया था कि या तो वह आर्मी एक्ट का सामना करें या फिर जेल जाएं, अथवा लंदन में निर्वासित जीवन व्यतीत करें। कहा गया था कि इमरान अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इस पर चर्चा भी कर रहे हैं। उन्हें फैसला लेने की एक समय सीमा देने की बात भी कही गई थी। इमरान ने इस पर कहा है कि वह आखिरी सांस तक पाकिस्तान में ही रहेंगे और उनके देश छोड़ने का सवाल ही पैदा ही नहीं होता है। लाहौर में इमरान का जमान पार्क वाले घर के बाहर भारी सुरक्षा है। कई लोग आशंका जता रहे हैं कि इमरान को फिर से गिरफ्तार किया जा सकता है।
बातचीत का फैसला
पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की तरफ से बुधवार को राजनीतिक मतभेदों को सुलझाने के लिए बातचीत शुरू करने का फैसला किया था। इससे पहले इमरान ने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘पीटीआई हमेशा एक शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक पार्टी रही है। मैंने कई उदाहरण साझा किए जहां हमने संयम दिखाया और टकराव से बचने के लिए एक शांतिपूर्ण समाधान चुना, भले ही इसका मतलब मेरे या पार्टी के लिए झटका हो।’
इमरान ने फिर की चुनाव की मांग
पंजाब सरकार के इस दावे पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कि करीब 40 आतंकवादी उनके जमान पार्क स्थित घर पर छिपे हैं, इमरान ने कहा कि सरकार को सर्च वारंट के बाद कानूनी तरीके से घर की तलाशी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक अस्थिरता को समाप्त करने का एकमात्र उपाय चुनाव कराना है। उन्होंने कहा कि वह सरकार से अपील करते हैं कि चुनाव होने दें और देश को बचाएं।
Compiled: up18 News