आज सोमवार को उन्होंने अदियाला जेल में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बताया कि वह मामले में अपने बचाव में गवाह के तौर पर पूर्व सेना प्रमुख (सेवानिवृत्त) कमर जावेद बाजवा और अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को शामिल करेंगे।
सोमवार को एक विशेष अदालत ने फैसला सुनाया कि इमरान खान और शाह महमूद कुरैशी को गोपनीय राजनयिक केबल लीक करने के मामले में 12 दिसंबर को अभ्यारोपित किया जाएगा। मामले की सुनवाई के दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि जनरल बाजवा और अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को (मामले में) गवाह के तौर पर शामिल करेंगे। जनरल बाजवा ने सब कुछ डोनाल्ड लू के निर्देश पर किया।
यह मामला इन आरोपों पर आधारित है कि पीटीआई पार्टी के प्रमुख इमरान खान और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मार्च 2022 में वाशिंगटन में दूतावास द्वारा भेजे गए एक संचार को संभालने के दौरान देश के गोपनीय कानूनों का उल्लंघन किया।
लू अमेरिका के राजनयिक हैं और दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री हैं। इमरान खान ने आरोप लगाया कि लू अविश्वास मत के जरिए उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने की विदेशी साजिश में कथित तौर पर शामिल थे। सरकारी गोपनीयता कानून 2023 के तहत स्थापित विशेष अदालत ने अदियाला जेल में खुली सुनवाई की।
आईएचसी ने रद्द कर दी थी जेल में सुनवाई
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) ने 21 नवंबर को जेल में सुनवाई को रद्द कर दिया था। इसके बाद अदालत अब नए सिरे से सुनवाई कर रही है। दोनों नेताओं को 23 अक्तूबर को अभ्यारोपित किया गया था। लेकिन, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अभियोग रद्द कर दिया गया था। क्रिकेटर से नेता बने खान ने आज पत्रकारों से बात करते हुए भविष्यवाणी की कि उनकी पार्टी आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव में जीत हासिल करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जेल में किसी भी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा।
– एजेंसी
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