दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष IMF की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा है कि महंगाई से भारत ही नहीं पूरी दुनिया परेशान है. भारत की स्थिति तो फिर भी बेहतर है जबकि कुछ देशों पर तो मंदी का खतरा मंडरा रहा है.
गोपीनाथ ने कहा, “वैसे तो भारत में उपभोक्ता आधारित खुदरा महंगाई सूचकांक (CPI) लगातार तीसरे महीने बढ़ा है, लेकिन दूसरे देशों के मुकाबले भारत के हालात अच्छे हैं. भारत की वित्तीय स्थिति भी अन्य देशों से बेहतर है.”
IMF की पहली डिप्टी एमडी गोपीनाथ ने कहा कि कई देशों में तो तकनीकी तौर पर मंदी भी आ सकती है, लेकिन भारत को इससे डरने की जरूरत नहीं है.
मजबूत है विदेशी मुद्रा भंडार
IMF की मुख्य अर्थशास्त्री का कहना है कि भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है. जीएसटी सहित अन्य टैक्स कलेक्शन भी शानदार रहा है. आरबीआई के पास मौजूद करीब 600 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी आपात स्थिति में संभालने के लिए पर्याप्त है. ऐसे में भारत के पास महंगाई और मंदी से लड़ने के लिए पर्याप्त साधन हैं, जो अन्य देशों से इसकी स्थिति को अलग करते हैं.
पीयूष गोयल की अपील, महंगाई से लड़ने में साथ दें कंपनियां
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने दावोस के मंच से कॉरपोरेट जगत का साथ मांगा. उन्होंने कहा कि देश में महंगाई की स्थिति गंभीर होती जा रही है और कॉरपोरेट जगत को इस चुनौती से पार पाने में सरकार का साथ देना चाहिए. सरकार और आरबीआई अभी महंगाई से लड़ने के लिए नीतिगत फैसले ले रहे हैं लेकिन ब्याज दरें ज्यादा बढ़ाने से विकास दर प्रभावित होगी लिहाजा कॉरपोरेट जगत को इसमें सरकार का साथ देना चाहिए.
-एजेंसियां
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