कर्नाटक के शिमोगा में सावरकर और टीपू सुल्तान के बैनर लगाने को लेकर उपजे विवाद के बीच बीजेपी नेता के ईश्वरप्पा ने कहा है कि कोई भी हिंदुओं को कमज़ोर न समझे
शिमोगा से विधायक ईश्वरप्पा ने कहा है कि अगर हिंदू समुदाय जाग उठा, तो शिमोगा में मुसलमान समुदाय जी नहीं सकेगा.
बीजेपी नेता ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान ये भी कहा कि केंद्र और राज्य में हमारी सरकार होने के बावजूद हमारे दो कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया. इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है? शिमोगा में ही नहीं, दक्षिण में नहीं बल्कि पूरे देश में कांग्रेस पीएफ़आई, एसडीपीआई जैसे राष्ट्र-विरोधियों का समर्थन कर रही है.
ईश्वरप्पा ने ये भी दावा किया कि शिमोगा में जिन अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया गया है, उनमें से एक की पत्नी कांग्रेस पार्षद हैं.
मीडिया से बातचीत के दौरान ईश्वरप्पा ने कहा, “हिंदू और मुसलमानों के बीच रिश्ते बहुत अच्छे थे. हर्ष की हत्या ने हम सबको चौंका दिया. किसे गिरफ़्तार करना है या नहीं ये मसला पुलिस पर छोड़ देना चाहिए.”
“लेकिन अगर हिंदू समाज जागा तो शिमोगा में मुसलमान नहीं जी सकेंगे. किसी को भी हिंदू समाज या पुलिस को कमज़ोर नहीं समझना चाहिए. हालाँकि, शांति के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन इन गुंडे तत्वों या गुंडागिरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पुलिस कमज़ोर नहीं है, इसका नमूना तो उन्होंने तभी देख लिया जब पुलिस ने इनमें से एक अभियुक्त पर गोली चलाई.”
बता दें कि इसी साल फ़रवरी में बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की शिमोगा में ही हत्या कर दी गई थी.
बीते सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शिमोगा के अहमद सर्कल पर वीर दामोदर सावरकर और 18वीं सदी में मैसूर के शासक रहे टीपू सुल्तान के बैनर लगाने को लेकर शिमोगा में दो गुटों में विवाद हो गया था.
इसके बाद पुलिस ने इलाके में धारा 144 लगाई थी. इसी दौरान प्रेम सिंह नाम के एक युवक पर चाकू से हमला किया गया था, जिससे तनाव और बढ़ गया. पुलिस ने इस मामले में अब तक चार संदिग्धों को गिरफ़्तार कर लिया है.
-एजेंसी