संचारी रोगों को रोकने में प्रभावी तरीके से निपटने में जुटा है जिला प्रशासन
आगरा: कूलर के पानी में डेंगू का लावा पनप सकता है। इसी तरह के स्वच्छ पानी के दूसरे रुकावट वाली वस्तुओं में भी पानी न भरने दें। पिछले साल इसी महीने में जनपद में डेंगू फैला था। गांव गांव मरीजों की चारपाई बिछ गई थीं। स्थिति ऐसी हो गई थी कि अस्पतालों में बेड कम पड गए थे। झोलाछाप चिकित्सकों के यहां भी मरीजों को जगह नहीं मिल रही थी
जिला प्रशासन ने पिछले साल फैली बीमारी से सबक लेते हुए इस बार संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं।
दूसरी ओर गांवों में बुखार की मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है खंदौली चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधिकारी डॉ प्रभात कुमार राजपूत का कहना है कि डेंगू का मच्छर इसी तरह के भरे हुए स्वच्छ पानी में अंडा देता है। घर, छत एवं बाहर रहे कंटेनर में इसकी पैदाइश होती है। अधिकतर लोग नारियल पानी पीकर फेंक देते हैं। इसमें बारिश का पानी भर जाता है। यह जगह डेंगू मच्छर पैदा होने के लिए उचित है। इसलिए सावधानी बरतें। अपने आस पास पानी एकत्रित न होने दें। कूलर का पानी बदलते रहें। छत पर रखे कवाड़ को फेंक दें।
खंदौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रभात कुमार राजपूत के निर्देशन में मलेरिया विभाग की टीम ने जचैंदा, सुरीर, विझवली, खामनी आदि गांवों का भ्रमण किया। यहां कूलर, बर्तन, नालियों आदि में मच्छरों के लार्वा मिले हैं। यह लार्वा डेंगू एवं मलेरिया फैला सकते हैं। लार्वा खत्म करने के गांव गांव के लिए कीटनाशक दवा का छिड़काव जारी है। कई जगह कीटनाशक दवा का छिड़काव नहीं करवाया जा रहा है।
इधर खंदौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मलेरिया अधिकारी डा. PC गौतम के निर्देशन में क्षेत्र में टीम भ्रमण कर रही है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की मलेरिया टीम ग्रामीण क्षेत्रों में दस्तक दे रही है। कूलर, बर्तन, नालियों, जलभराव वाले क्षेत्रों में लाखों की संख्या में मच्छरों के लार्वा मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार डेंगू मलेरिया फैलने की संभावना बनी हुई है। पिछले साल इसी माह में डेंगू के अधिक केस सामने आए थे।
-up18news
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.