4 देशों के साथ टूर्नामेंट का पीसीबी के अध्यक्ष रमीज रजा का प्रस्‍ताव ICC ने किया खारिज

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रविवार को दुबई में संपन्न हुई दो दिवसीय बोर्ड की बैठक BCCI के लिए अच्छी रही तो वहीं पाकिस्तान के लिहाज से निराशाजनक। BCCI के सचिव जय शाह ICC की क्रिकेट समिति में शामिल किया गया जबकि इस बैठक में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष रमीज राजा के चार देशों के साथ टूर्नामेंट के प्रस्ताव को बोर्ड द्वारा सर्वसम्मति से खारिज कर दिया गया।

इससे तटस्थ स्थलों पर भारत बनाम पाकिस्तान के मैचों की संभावना पर विराम लग गया। अन्य उल्लेखनीय घटनाक्रम में BCCI सचिव जय शाह को ICC की क्रिकेट समिति में शामिल किया गया। ICC के अगले अध्यक्ष के रूप में शाह का नाम चर्चा में है, लेकिन न तो खुद BCCI सचिव और न ही उनके करीबी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है। बैठक में पीसीबी अध्यक्ष रमीज की योजना को ज्यादा तवज्जो नहीं मिली।

राजा ने ICC के तत्वावधान में पाकिस्तान, भारत, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को शामिल करते हुए चार देशों के वार्षिक टी-20 या वनडे टूर्नामेंट के लिए श्वेत पत्र तैयार किया था। उनका मानना है कि इससे वैश्विक निकाय को पांच साल में 750 करोड़ डालर (लगभग 57 अरब रुपये) का राजस्व मिल सकता है, जिसका बड़ा हिस्सा इन चारों देशों को दिया जा सकता है। भारत, पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ एशिया कप और विश्व कप जैसे कई देशों वाले टूर्नामेंट में ही खेलता है।

बोर्ड के एक सदस्य ने कहा, ‘ICC की वित्तीय और वाणिज्यिक मामलों की समिति (एफ एंड सीए) इस प्रस्ताव के खिलाफ थी। जैसा कि हम जानते हैं कि एमपीए (सदस्य भागीदारी समझौता) किसी भी सदस्य राष्ट्र को तीन देशों से अधिक की टूर्नामेंट की मेजबानी करने की अनुमति नहीं देता है। इस तरह की योजना से ICC के प्रमुख टूर्नामेंटों (वनडे एवं टी-20 विश्व कप) पर असर पड़ेगा।’

बैठक में कोविड-19 के दौरान घरेलू अंपायरों के योगदान की सराहना की गई, लेकिन पुरुष क्रिकेट समिति की सिफारिश के मुताबिक यात्रा प्रतिबंध कम होने के बाद अगले सत्र से टेस्ट मैचों में एक तटस्थ अंपायर के इस्तेमाल का फैसला किया गया। इस बैठक में अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप के पहले आयोजन की मेजबानी दक्षिण अफ्रीका को सौंपी गई। जनवरी में होने वाले इस आयोजन में 16 टीमें भाग लेंगी।

-एजेंसियां


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