महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने गुरुवार को एक बड़ा बयान दे दिया। उन्होंने कहा वो राकांपा (सपा) प्रमुख शरद पवार के बेटे नहीं हैं, इसलिए उन्हें राजनीतिक अवसर नहीं मिला। चाचा शरद पवार की उम्र पर टिप्पणी करते हुए कहा कि 80 साल की उम्र के बाद नए लोगों को मौका मिलना चाहिए। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने गुरुवार को कहा कि सिर्फ इसलिए कि वह राकांपा (सपा) प्रमुख शरद पवार के बेटे नहीं हैं, उन्हें राजनीतिक अवसर नहीं मिला। एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा कि 80 साल की उम्र के बाद नए लोगों को मौका देना चाहिए।
अजीत पवार ने शरद पवार की तुलना भगवान से की
पुणे जिले के शिरूर में एक रैली को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा, “मैं भी 60 साल से ऊपर का हूं। क्या हमारे पास मौका है या नहीं? क्या हम गलत व्यवहार कर रहे हैं? इसलिए हम भावुक हो जाते हैं। पवार साहब भी हमारे ‘दैवत’ हैं” (भगवान) और इसमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन 80 पार करने के बाद हर व्यक्ति का अपना समय होता है, नए लोगों को मौका दिया जाना चाहिए।” अजीत पवार ने आगे कहा कि अगर मैं राकांपा (सपा) प्रमुख शरद पवार का बेटा होता तो क्या मुझे मौका नहीं दिया जाता? हां, मुझे मौका मिलता। सिर्फ इसलिए कि मैं उनका बेटा नहीं हूं, मुझे मौका नहीं मिला। क्या यही न्याय है?
बारामती में ननद-भाभी के बीच सियासी लड़ाई
पिछले साल जुलाई में अजीत पवार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के आठ अन्य विधायक महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे-भाजपा गठबंधन में शामिल हो गए। बता दें कि इस लोकसभा चुनाव में बारामती सीट से सुप्रिया सुले के खिलाफ अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार चुनाव लड़ रही हैं।
-एजेंसी
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