आगरा। आर्य समाज मंदिर बल्केश्वर-कमला नगर द्वारा कमला नगर स्थित आर्य समाज मंदिर पार्क में आयोजित दो दिवसीय रामनवमी महोत्सव का समापन सोमवार सायंकाल भक्ति, यज्ञ और वैदिक प्रवचनों की दिव्यता के साथ हुआ। इस आयोजन में सैकड़ों आर्यजनों ने भाग लेकर धर्मलाभ प्राप्त किया।
श्रीराम ने लोक कल्याण की प्रेरणा दी
वैदिक प्रवक्ता आचार्य ओमव्रत (गुरुकुल महाविद्यालय, हापुड़) ने अपने प्रवचन में कहा, “महर्षि दयानन्द के अनुसार श्रीराम एक महामानव, धीर-वीर, सत्यनिष्ठ और विनम्र योद्धा थे। वे परमात्मा के परम भक्त थे, स्वयं ईश्वर नहीं। उन्होंने अपने जीवन से मर्यादा, धर्म और लोककल्याण की प्रेरणा दी। आज समाज को राम जैसे चरित्र को आत्मसात करने की आवश्यकता है।”
घरों में लगाएं राष्ट्रनायकों के चित्र
प्रख्यात भजनोपदेशिका डॉ. प्रियंका आर्या (भरतपुर) ने कहा, “श्रीराम मानते थे कि विपत्तियाँ वीरों पर आती हैं और वे ही उन पर विजय पाते हैं। अगर आर्यजन अपने घरों में श्रीराम जैसे राष्ट्र समर्पित चरित्रों के चित्र लगाए और उनके गुणों का अनुसरण करें तो रामनवमी का उत्सव वास्तव में सार्थक हो जाएगा।”
पांच कुण्डीय महायज्ञ और भक्ति संध्या ने बांधा समा
प्रातःकाल चारों वेदों के मंत्रोच्चारण के साथ पुरोहित विश्वेन्द्र आर्य ने पांच कुण्डीय महायज्ञ में आहुति प्रदान कर विश्व शांति की कामना की।
शाम को डॉ. प्रियंका आर्या ने हारमोनियम के सुमधुर स्वर और भक्ति गीतों से संकीर्तन को नई ऊंचाई प्रदान की। उनके द्वारा प्रस्तुत भजन – मिलना दो दिन का था हमारा तुम्हारा…, “जागते-जागते बहुत दिन चले गए…,जब तक है मन तुम्हारा, भक्ति में ना लगेगा… ने उपस्थित जनों को भाव विभोर कर दिया।
ये गणमान्य लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम का संचालन मंत्री यतेन्द्र आर्य ने किया। इस अवसर पर प्रधान अवनींद्र कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष राहुल आर्य, विजयपाल सिंह, विजय अग्रवाल, सुधाकर गुप्ता, राजीव दीक्षित, वीरेंद्र कनवर, अश्वनी आर्य, ब्रजराज सिंह परमार, हंसराज आर्य, अनुज आर्य, कान्ता बंसल, मंजू गुप्ता, उषा गुप्ता, प्रदीप डेमला, नरेंद्र सिंघल, प्रदीप कुलश्रेष्ठ सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे।