बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग करते हुए शनिवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व वॉशिंगटन स्थित एक एनजीओ हिंदू एक्शन ने किया। एनजीओ हिंदू एक्शन ने न्यूयॉर्क में भी कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया।
अमेरिकी रिपब्लिकन सांसद पैट फॉलन ने भी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और इनकी निंदा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा- ‘मैं बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक हिंसा और धार्मिक उत्पीड़न की कड़ी निंदा करता हूं। मैं अंतरिम सरकार से बांग्लादेशी लोगों के साझा हित में कार्य करने और इस हिंसा को तुरंत समाप्त करने का आग्रह करता हूं।’
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद श्रीथानेदार ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमले की घटनाओं पर कड़ी नाराजगी जाहिर की और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे और उनके देश छोड़कर जाने के बाद से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। खासकर हिंदू समुदाय कट्टरपंथियों के निशाने पर है और हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है और समुदाय के लोगों पर हमले और आगजनी की जा रही है। शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद भी हिंसा नहीं रुकी है और 5 अगस्त के बाद हुई हिंसा की घटनाओं में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कुल मृतकों का आंकड़ा 500 के पार चला गया है।
बांग्लादेश में हुई हिंसा के बाद भारत-बांग्लादेश सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। कूचबिहार के सीतलकूची बॉर्डर पर शुक्रवार को बड़ी संख्या में बांग्लादेशी लोग सीमा पार करने के लिए सीमा पर इकट्ठा हो गए थे। हालांकि बीएसएफ ने उन्हें रोक दिया। आज भी वहां चौकसी बढ़ी हुई है और बीएसएफ के जवान लगातार इलाके में पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
साभार-NBT
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