BRICS की मीटिंग में पाकिस्तान की एंट्री ब्लॉक होने पर पाकिस्तानी विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत के खिलाफ जहर उगला है। खार ने कहा कि भारत आज नेहरू और गांधी के रास्ते से हट गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की विदेश नीति बहुत अच्छी चल रही है। पाकिस्तान अलग-थलग नहीं हुआ है।
पाकिस्तान के सभी राजनयिक मिशन जारी हैं। इसके साथ ही उन्होंने नेशनल असेंबली में चीन को अपना सबसे बड़ा दोस्त बताया।
दरअसल, हिना रब्बानी खार का ये दर्द ब्रिक्स मीटिंग को लेकर सामने आया है। चीन ने वर्चुअल माध्यम से ब्रिक्स समिट की मेजबानी की। 24 जून को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हाई-लेवल डॉयलॉग ऑन ग्लोबल डेवलपमेंट का आयोजन किया जिसमें ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के अलावा गैर ब्रिक्स देशों जैस ईरान, मिस्र, फ़िजी, अल्जीरिया, कंबोडिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया और मलेशिया भी शामिल हुए।
पाकिस्तान की एंट्री ब्रिक्स में बैन
लेकिन इस बेहद अहम मीटिंग में पाकिस्तान शामिल नहीं हुआ। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के मुताबिक चीन ने उन्हें बुलाया था, लेकिन भारत ने उनकी एंट्री को ब्लॉक कर दिया। इससे यह भी समझा जा सकता है कि ब्रिक्स का विस्तार भारत के लिए कोई छोटी बात नहीं है।
सोमवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘BRICS समिट की एक मीटिंग में कई विकासशील देश शामिल हुए, अफसोस की बात है कि ब्रिक्स के एक सदस्य ने पाकिस्तान की भागीदारी को अवरुद्ध कर दिया।’
भारत नेहरू गांधी के रास्ते से भटका
ब्रिक्स की मीटिंग में कई छोटे देश शामिल हुए, लेकिन पाकिस्तान की एंट्री न होने से इस बात की चर्चा हो रही है कि पाकिस्तान पूरी दुनिया में आइसोलेट हो गया है। इसी को लेकर पाकिस्तानी विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने कहा है कि पाकिस्तान की विदेश नीति बेहतर चल रही है।
उन्होंने ये भी कहा, ‘चीन पाकिस्तान को बुलाना चाहता था लेकिन एक देश इसे ब्लॉक करना चाहता था और इसमें कामयाब भी रहा।’ इसी के साथ उन्होंन कहा, ‘भारत आज एक सेक्युलर स्टेट नहीं रहा है। भारत नेहरू और गांधी के दिए सिद्धांतों और नैतिकता पर नहीं चल रहा है।’
-एजेंसियां
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