आगरा: अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा यूथ हॉस्टल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों ने अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि दुनियाभर में बुजुर्ग आबादी बढ़ने लगी है। वर्ष 1950 में कुल जनसंख्या के चार प्रतिशत लोग बुजुर्ग थे। जबकि वर्ष 2000 में यह संख्या बढ़कर 6.9 प्रतिशत हो गई। विश्व के अन्य देशों की अपेक्षा भारत अभी युवाओं का देश है, लेकिन आने वाले समय में यहां भी बुजुर्गों की आबादी बढ़ेगी। ऐसे में बुजुर्गों की देखभाल के लिए व्यवस्थाएं तैयार करनी होंगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने युवाओं से अपील की है कि अपने घर और आसपास के बुजुर्गों को अपना कुछ समय अवश्य दें l आपके समय के कुछ पल उनके लिए खुशी के खजाने जैसे हैं l हमदर्द बने और साथ निभाए
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि बुजुर्गों की देखभाल के लिए केंद्र सरकार द्वारा नेशनल प्रोग्राम फॉर द हेल्थ केयर फॉर द एल्डरली (एनपीएचसीई) चलाया जा रहा है। इसके तहत जिला अस्पताल में जीरियाट्रिक विभाग बनाया गया है। यहां पर बुजुर्गों को होने वाली परेशानियों का उपचार किया जाता है।
कार्यक्रम में गैर संचारी रोग के नोडल अधिकारी डॉ. पियूष जैन ने पीपीटी के माध्यम से बुजुर्गों को होने वाली बीमारियों, उनसे बचाव व उपचार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बुजुर्गों से आग्रह किया कि वह विभाग द्वारा चलाई जा रही आत्महत्या रोकथाम हेल्पडेस्क में स्वयंसेवक के रूप में सहयोग प्रदान करें।
कार्यक्रम में सेंट जोंस कॉलेज के 86 वर्षीय भूतपूर्व प्रोफेसर डॉ. श्रीभगवान शर्मा ने कहा कि बुजुर्ग ज्ञान के भंडार हैं, युवा उनसे ज्ञान अर्जित करके अपने वर्तमान और भविष्य को बेहतर बना सकते हैं। बुजुर्गों की सेवा करें।
कार्यक्रम में आए 67 वर्षीय मुकेश गुप्ता ने बताया कि वह अभी भी अपना व्यापार कर रहे हैं। उनका फर्टिलाइजर का कारोबार तीन जिलों में फैला हुआ है। वह कहते हैं कि हमें कभी सेवानिवृत्त होने की भावना अपने मन में नहीं लानी चाहिए, काम करते रहेंगे तो फिट रहेंगे।
कार्यक्रम में एसएन मेडिकल कॉलेज की छात्रा डॉ. कृष्णा मंगल ने कहा कि बुजुर्गों के पास इतना अनुभव होता है कि वह झट से आपकी परेशानी का हल खोज देते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें कोई परेशानी होती थी तो वह अपने माता-पिता के पास न जाकर दादा-दादी के पास जाती थी। वह तुरंत परेशानी का हल बता देते थे।
कार्यक्रम में सत्यमेव जयते ट्रस्ट के अध्यक्ष मुकेश जैन, सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी संघ के अध्यक्ष अश्फाक अहमद, आरपी शर्मा, सेंट पीटर कॉलेज की सेवानिवृत्त अध्यापिका पैंसी थॉमस, शांति सेना आगरा की अध्यक्ष वत्सला प्रभाकर, ग्लोबल हेल्थ फाउंडेशन से उम्मेद सिंह चौधरी, कपिल कथुरिया, प्रशांत दुबे आदि ने अपने वक्तव्य दिए। कार्यक्रम को सफल बनाने में आयुष्मान ट्रस्ट का सहयोग रहा।
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