गूगल ने लॉन्च किया पावरफुल AI मॉडल जेमिनी, चैटजीपीटी को देगा टक्कर

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कंपनी के CEO सुंदर पिचाई ने कहा कि यह गूगल में AI के एक नए युग की शुरुआत है। उन्होंन इसे जेमिनी युग बताया। जेमिनी गूगल का लेटेस्ट लार्ज लैंगवेज मॉडल (LLM) है। पिचाई ने पहली बार जून में I/O डेवलपर कॉन्फ्रेंस में इसे टीज किया था और अब इसे पब्लिक के लिए लॉन्च किया है। इसे तीन वर्नज- प्रो, अल्ट्रा और नेनो में पेश किया गया है।

जेमिनी नेनो लाइटर वर्जन है जो एंड्रॉइड डिवाइस के लिए है। पिक्सल 8 प्रो यूजर्स को इससे कुछ नए फीचर्स मिलेंगे।
जेमिनी प्रो एक बेहतर वर्जन है जो जल्द ही Google AI सर्विसेज को पावर करेगा। बार्ड अब जेमिनी प्रो से पावर्ड है।
जेमिनी अल्ट्रा गूगल का सबसे शक्तिशाली LLM है। इसे डेटा सेंटर्स और एंटरप्राइज़ एप्लीकेशन के लिए बनाया गया है।

170 देशों में अंग्रेजी में अवेलेबल

गूगल ने बताया कि जेमिनी के साथ इंट्रीग्रेट किया चैटबॉट बार्ड भारत सहित 170 देशों में अंग्रेजी भाषा में अवेलेबल हो गया है। आप जेमिनी-ऑपरेटेड बार्ड के साथ टेक्स्ट-बेस्ड बातचीत कर सकते हैं। गूगल जल्द ही अन्य तरीकों (वॉइस और वीडियो) के सपोर्ट के लिए टूल लाएगा।

बार्ड को गूगल ने मई-2023 में लॉन्च किया था। ये गूगल का विकसित एक AI चैटबॉट है जो लार्ज लैंग्वेज मॉडल LaMDA, पर बेस्ड है। चैटजीपीटी के लॉन्च के बाद गूगल ने बार्ड को लॉन्च किया था। आप इससे कोई भी प्रश्न पूछ सकते हैं। बार्ड उसकी कंटेंट पॉलिसी के अनुसार उत्तर देता है।

मैसिव मल्टीटास्क लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग मॉडल पर बेस्ड है जेमिनी

जेमिनी मैसिव मल्टीटास्क लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग मॉडल (MMLU) पर बेस्ड है। जेमिनी मॉडल के अल्ट्रा वैरिएंट ने तर्क करने और तस्वीरों को समझने समेत 32 बेंचमार्क टेस्ट में से 30 में ChatGPT 4 से बेहतर प्रदर्शन किया है। जेमिनी प्रो ने 8 में से 6 बेंचमार्क टेस्ट में ChatGPT के फ्री वर्जन GPT 3.5 से बेहतर प्रदर्शन किया है।

ChatGPT 4 से भी बेहतर है जेमिनी

गूगल का दावा है कि यह OpenAI के ChatGPT 4 से भी बेहतर है और अधिक काम कर सकता है। नया AI मॉडल टेक्स्ट, ऑडियो, इमेज और वीडियो समेत कई अन्य जानकारियों को आसानी से समझ सकता है।

जेमिनी चैटबॉट टेक्स्ट और कोड के साथ-साथ इमेज भी बना सकता है। ChatGPT 4 के साथ यूजर इमेज नहीं बना सकते हैं, क्योंकि वह सिर्फ टेक्स्ट-बेस्ड काम कर सकता है।

जेमिनी मल्टीटास्किंग में भी सक्षम है और एक ही समय में टेक्स्ट, इमेज और कोड पर काम कर सकता है। जबकि, ChatGPT यूजर एक ही समय में मल्टीटास्किंग नहीं कर सकते हैं।

बड़े डेटासेट से ट्रेन होते हैं लार्ज लैंगवेज मॉडल

लार्ज लैंगवेज मॉडल एक डीप लर्निंग एल्गोरिदम है। इन्हें बड़े डेटासेट का इस्तेमाल करके ट्रेन किया है। इसीलिए इसे लॉर्ज कहा जाता है। यह उन्हें ट्रांसलेट करने, प्रेडिक्ट करने के अलावा टेक्स्ट और अन्य कंटेंट को जनरेट करने में सक्षम बनाता है।

लॉर्ज लैंगवेज मॉडल को न्यूरल नेटवर्क (NNs) के रूप में भी जाना जाता है, जो मानव मस्तिष्क से प्रेरित कंप्यूटिंग सिस्टम हैं। लार्ज लैंगवेज मॉडल को प्रोटीन संरचनाओं को समझने, सॉफ्टवेयर कोड लिखने जैसे कई कामों के लिए ट्रेन किया जा सकता है।

-एजेंसी


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