जम्मू रैली में बिना नाम लिए गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना

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अपने संघर्ष को याद करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘इंदिरा जी को एक हफ्ते में छोड़ा लेकिन हमें 20 अगस्त 1988 में गिरफ्तार किया और अगले साल जनवरी में छोड़ दिया क्योंकि वो जमानत चाहते थे हमने जमानत नहीं लिया। सीमेंट का फर्श था, सीमेंट पर सोना था, जनवरी के महीने में एक कंबल बिछाने और आधा ओढ़ने के लिए। खाने के लिए दो चपाती और एक दाल।’

अपने खून-पसीने से बनाई है कांग्रेस’

गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘कांग्रेस हमने बनाई है। अपने खून-पसीने से बनाई है। हमारे खिलाफ गलत अफवाहें फैलाने से नहीं बनी है। हमारे गरीबों, किसानों, नौजवानों, बहू-बेटियां हमारी नस-नस में हैं। जो हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं उनकी पहुंच केवल ट्वीट, एसएमएस और कम्प्यूटर तक है। वो डिबेट में खुश रहें, उन्हें वही नसीब हो। हम बुजुर्गों, किसानों के साथ ठीक हैं। उन्हें उनकी शहंशाही मुबारक।’ तंज कसते हुए आजाद ने कहा, ‘अल्लाह हमें जमीन नसीब करें और उन्हें ट्वीट नसीब करें।’

-एजेंसी