अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बीबीसी से कहा कि गाजा की 20 लाख की आबादी पर “गंभीर खाद्य संकट” का खतरा मंडरा रहा है.
इसराइल हमास जंग शुरू होने के बाद ये पहली बार है, जब गाजा की पूरी की पूरी आबादी के लिए इस तरह का बयान सामने आया है.
वहीं गाजा में काम कर रही संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने कहा है कि मई तक अगर युद्ध न रुका और ग़ज़ा में ज़रूरी मात्रा में राहत सामग्री न पहुंचाई गई तो ग़ज़ा भीषण भुखमरी का सामना कर सकता है.
एंटनी ब्लिंकन फ़िलहाल फ़िलिपीन्स के दौरे पर हैं. अमेरिकी अधिकारियों ने मंगलवार को कहा है कि वो जल्द मध्य पूर्व का दौरा करने वाले हैं.
अक्तूबर में हमास के ख़िलाफ़ इसराइल के हमले के बाद ये मध्य पूर्व का ब्लिंकन का छठा दौरा हैं. अपने दौरे में वो युद्धविराम बढ़ाने की संभावना को लेकर चर्चा करेंगे.
मंगलवार को क़तर में इसराइली मध्यस्थ एक बार फिर संभावित युद्धविराम को लेकर चर्चा कर रहे हैं. चर्चा में ग़ज़ा में राहत सामग्री पहुंचाने से लेकर हमास के कब्ज़े में मौजूदल इसराइली बंधकों को छुड़ाने पर भी चर्चा होनी है.
ब्लिंकन ने क्या कहा?
बीबीसी ने ब्लिंकन से सवाल किया था, कि अगर युद्धविराम न हुआ और मौजूदा हालात बरकरार रहे तो क्या इससे इलाक़े के भविष्य पर असर पड़ेगा.
इस सवााल के उत्तर में ब्लिंकन ने कहा, स्थिति का आकलन किया जाए तो ग़ज़ा की 100 फ़ीसदी आबादी गंभीर खाद्य संकट झेलने की कग़ार पर है. ये पहली बार है जब पूरी आबादी की स्थिति को इस तरह बताया जा रहा है.
गंभीर खाद्य संकट वो स्थिति होती है, जब खाना न मिलने के कारण किसी व्यक्ति के जीवन पर तुरंत ख़तरा मंडराने लगे. हालात न सुधरे तो ये भुखमरी का कारण बन सकता है.
-एजेंसी