पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया है। तबीयत बिगड़ने के बाद देर शाम उन्हें दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वह 92 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। साल 2004 से 2014 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे और भारत के बड़े अर्थशास्त्रियों में उनकी गिनती होती थी । 1985 से 1987 तक भारतीय योजना आयोग के प्रमुख भी रहे थे।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह (92 साल) की गुरुवार रात अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया।
इस बीच कर्नाटक के बेलगावी में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) मीटिंग रद्द कर दी है। साथ ही 27 दिसंबर को होने वाले सभी प्रोग्राम भी रद्द कर दिए गए हैं। राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बेलगावी से दिल्ली रवाना हो गए हैं।
AIIMS के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। प्रियंका गांधीा AIIMS पहुंच चुकी हैं। सोनिया गांधी भी थोड़ी देर में अस्पताल पहुंच रही हैं।
दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह को गुरुवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे. इसी दौरान उनका निधन हो गया, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ड वाड्रा ने अपने सोशल मीडिया पर यह जानकारी सभी के साथ शेयर करते हुए मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी है. 92 वर्षीय मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक देश के दो बार प्रधानमंत्री रहे थे, जबकि इससे पहले उन्होंने ही 90 के दशक में पीवी नरसिम्हाराव की सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए देश में आर्थिक सुधारों की शुरुआत की थी. मनमोहन सिंह के आर्थिक सुधारों को ही भारतीय इकोनॉमी की वह नींव माना जाता है.
मनमोहन सिंह भारत ही नहीं दुनिया के मशहूर अर्थशास्त्रियों में गिने जाते थे. वे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर भी रहे थे. उनके आर्थिक अनुभव को देखते हुए उन्हें राजनीति में आने का आमंत्रण दिया गया था. इसके बाद 1991 में राजीव गांधी के असमय बम विस्फोट में निधन के बाद प्रधानमंत्री बने पीवी नरसिम्हाराव ने उन्हें अपना वित्त मंत्री नियुक्त किया था. इसके बाद मनमोहन सिंह साल 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे.
वे बिना लोकसभा चुनाव जीते दो बार देश के प्रधानमंत्री बनने वाले पहले और इकलौत राजनेता हैं. इसके बाद भी वे राज्यसभा के जरिये कांग्रेस की राजनीति में अपनी पैठ बनाए हुए थे. उनका राज्यसभा सांसद के तौर पर कार्यकाल इसी साल पूरा हुआ है. मनमोहन सिंह भारतीय योजना आयोग के उपाध्यक्ष, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष भी रहे थे.
लगातार खराब चल रहा था स्वास्थ्य
मनमोहन सिंह का स्वास्थ्य लगातार खराब चल रहा था. उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. 1932 में पाकिस्तान में जन्मे मनमोहन सिंह को इससे पहले सबसे लंबे समय तक 2021 में अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था. 13 अक्टूबर, 2021 को बुखार की शिकायत के बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती रहना पड़ा था. इस दौरान भी उनकी तबीयत बेहद खराब हो गई थी, लेकिन वे स्वस्थ होकर घर लौट गए थे.
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