पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तारी के दो दिन बाद ही पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने रिहा कर दिया है। चीफ जस्टिस की अगुआई वाली तीन जजों की बेंच ने गुरुवार को खान की गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताते हुए नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) से कहा- इमरान को रिहा करें।
अल कादिर ट्रस्ट केस में इमरान खान को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। इमरान भ्रष्टाचार के कई मामलों में जमानत लेने के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट पहुंचे थे, तभी नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने उन्हें कोर्ट परिसर से गिरफ्तार कर लिया था।गिरफ्तारी को अवैध करार दिए जाने के बावजूद इमरान खान पुलिस लाइन में ही रहेंगे।
चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल ने सुनवाई के दौरान कहा- सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट या किसी भी अदालत से किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। आप अदालत की तौहीन नहीं कर सकते।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीफ जस्टिस ने इमरान खान से हालचाल पूछा। इस पर खान ने कहा- मुझे गिरफ्तार नहीं, अगवा किया गया था। कस्टडी में मारपीट की गई। चीफ जस्टिस ने कहा- हम आपको रिहा करने का हुक्म दे रहे हैं। लेकिन आपकी गिरफ्तारी के बाद मुल्क में जो हिंसा हुई, आपको उसकी निंदा करनी होगी।इमरान खान ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि उनको इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के बाहर से अगवा किया गया और पुलिस ने इसके बाद उनकी लाठियों और डंडों से पिटाई की।
रिहाई के बाद इमरान खान ने कहा- मेरी गिरफ्तारी ऐसे की गई, जैसे मैं कोई आतंकी हूं। क्रिमिनल जैसा सलूक किया गया। डंडों से पीटा गया। 145 से ज्यादा फर्जी केस डाल दिए गए। मेरी गिरफ्तारी के बाद देश में क्या हुआ, मुझे नहीं पता। मैं नहीं चाहता कि देश में हालात खराब हों।
दूसरी तरफ, सरकार की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने कहा- लाड़ले की गिरफ्तारी से इंसाफ देने वाले परेशान हैं। चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान जस्टिस उमर अता बांदियाल को इस्तीफा देना चाहिए।
औरंगजेब ने कहा- सुप्रीम कोर्ट एक दहशतगर्द को शह दे रहा है। इमरान की गिरफ्तारी के बाद एक साजिश के तहत हिंसा फैलाई गई। फौज पर हमले किए गए। इस्लामाबाद हाईकोर्ट गिरफ्तारी को सही ठहराया था।
मरियम ने आगे कहा- आपके लाड़ले ने जितना नुकसान एक दिन में किया है। उतना तो भारत 75 साल में नहीं कर सका। सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान के 60 अरब रुपए के घोटाले पर सवाल क्यों नहीं किए। इस आदमी की वजह से दो दिन में पूरा मुल्क जल गया। इसके पहले उसने पुलिस और रेंजर्स पर हमले कराए। सुप्रीम कोर्ट तब क्यों चुप रहा।
अंदेशा जताया जा रहा है कि इमरान खान को रिहाई के बाद फिर से गिरफ्तार किया जा सकता है। उनके खिलाफ 76 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इसमें तोशाखाना मामले में उनके खिलाफ आरोप लगभग तय भी हो चुके हैं। ऐसे में हो सकता है कि उन्हें कल फिर से गिरफ्तार कर लिया जाए। इमरान खान की गिरफ्तारी से पाकिस्तान के फिर अस्थिर होने का खतरा भी कई गुना बढ़ सकता है। अंदेशा जताया जा रहा है कि अगर फिर से पाकिस्तानी सेना के प्रतिष्ठानों पर हमले हुए तो सेना सख्त एक्शन ले सकती है। इसका पहला कदम पाकिस्तान में मार्शल लॉ के तौर पर देखने को मिल सकता है।
گرفتاری غیرقانونی قرار دیے جانے کے باوجود عمران خان پولیس لائنز میں رہیں گے۔https://t.co/XnvAk2aRqA#ImranKhan pic.twitter.com/IEanOSCMFo
— DawnNews (@Dawn_News) May 11, 2023
Pakistan's Supreme Court rules former Prime Minister Imran Khan's dramatic arrest this week was illegal https://t.co/2Eine8bflI
— BBC Breaking News (@BBCBreaking) May 11, 2023
🚨 Imran Khan footage in the Supreme Court. pic.twitter.com/37iq4QjAqL
— Ihtisham Ul Haq (@iihtishamm) May 11, 2023