फतेहपुरसीकरी। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक आज सुबह अपने परिवार के साथ फतेहपुरसीकरी स्मारक पहुंचे। साथ में उनकी पत्नी अक्षता, दोनों पुत्रियां और सास सुधामूर्ति भी थीं। इन सभी का प्रवेश द्वार दीवाने आम पर एएसआई के संरक्षण सहायक दिलीप चौधरी ने बुके भेंट कर स्वागत किया।
फतेहपुरसीकरी की मुगल इमारतों के संबंध में टूरिस्ट गाइड शमसुद्दीन ने बारी-बारी से उसके इतिहास के संबंध में जानकारी दी। पूर्व पीएम को सीकरी के लाल पत्थर में अलंकृत भावनाओं की निर्माण कारीगरी तथा ऐतिहासिक महत्व से अवगत कराया।
पूर्व पीएम और उनके परिवार ने दीवाने आम, दीवाने खास, ज्योतिष पीठ, चौपड़, पंचमहल, अनूप तालाब, जोधाबाई पैलेस की जानकारी ली। इसके बाद परिवार सहित सूफी संत हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह पर पहुंचे और उन्होंने परिवार सहित मजार पर पुष्प अर्पित कर चादर चढ़ाई। उन्होंने विश्व विख्यात बुलंद दरवाजे को भी निहारा।
उनके साथ प्रोटोकॉल एसीपी आरिक अहमद, उप जिलाधिकारी किरावली राजेश जायसवाल, तहसीलदार, प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र दहिया सहित काफी संख्या में पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद रहा।
सुनक परिवार ने कल ताजमहल का दीदार किया था। ऐतिहासिक इमारतों का अवलोकन करने की लालसा ही उन्हें भभुआ अलंकृत पहाड़ी पर स्थित अकबरकालीन मुगल इमारतें व विश्व विख्यात बुलंद दरवाजे तक खींच लाई। उन्होंने विजिटर बुक में भी ऐतिहासिक इमारतें तथा उनके स्वागत के संबंध में लिखा। सीकरी स्मारक देख वे काफी प्रभावित दिखे।