ई कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल 16 साल से ज्यादा समय के बाद ऑफिशियल तौर पर फ्लिपकार्ट के बोर्ड से बाहर हो गए हैं. गौरतलब है कि फ्लिपकार्ट के दूसरे सह-संस्थापक सचिन बंसल ने 2018 में ही बोर्ड से बाहर हो गए थे.फ्लिपकार्ट छोड़ने के बाद, सचिन ने फाइनेंशियल सर्विस फर्म नावी की स्थापना की थी.
बिन्नी, सचिन बंसल के साथ, 2018 में फ्लिपकार्ट को वॉलमार्ट को लगभग 16 बिलियन डॉलर में बेचने के बाद बाहर निकल गए
बिन्नी बंसल ने एक बयान में कहा, ‘फ्लिपकार्ट एक मजबूत नेतृत्व टीम और आगे बढ़ने के स्पष्ट रास्ते के साथ एक मजबूत स्थिति में है, और इस विश्वास के साथ, मैंने कंपनी छोड़ने का फैसला किया है, यह जानते हुए कि कंपनी सक्षम हाथों में है.” उन्होंने कहा, “मैं टीम को शुभकामनाएं देता हूं, वे कस्टमर्स के लिए एक्सपीरियंस बदलना जारी रखेंगे और मैं बिजनेस का एक मजबूत सपोर्टर बना रहूंगा.” बिन्नी ने एको, एथर एनर्जी, क्योरफूड्स, कल्टफिट, ब्राइटचैम्प्स, अनएकेडमी, युलु और अन्य जैसे लगभग 60 स्टार्टअप का समर्थन किया है.
ओप्पडूर ई-कॉमर्स कंपनियों को एंड-टू-एंड सॉल्यूशन प्रदान करके वैश्विक स्तर पर परिचालन का विस्तार करने में मदद करेगा. रिपोर्टों के अनुसार, ओप्पडूर शुरुआत में अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, यूके, जर्मनी, सिंगापुर, जापान और ऑस्ट्रेलिया में ई-कॉमर्स कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करेगा. पिछले साल,बंसल ने फ्लिपकार्ट में अपनी शेष हिस्सेदारी बेच दी और फ्लिपकार्ट में अपनी हिस्सेदारी से लगभग 1-1.5 बिलियन डॉलर प्राप्त किए.
– एजेंसी