ED ने यूपी के नोएडा में पोर्न साइट के लिए कंटेंट मुहैया कराने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश, 15.66 करोड़ रुपये की अवैध फॉरेन फंडिंग का खुलासा

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नोएडा: नोएडा में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने एक घर में चल रहे बड़े ऑनलाइन पोर्नोग्राफी रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसका संचालन एक पति-पत्नी कर रहे थे। इस रैकेट का मुख्य आरोपी, जो पहले रूस में एक ऐसे ही सिंडिकेट का हिस्सा रह चुका था। उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर इस अवैध व्यापार को भारत में शुरू किया। दोनों ने सोशल मीडिया के जरिए मॉडलिंग का झांसा देकर लड़कियों को इस घिनौने धंधे में शामिल किया था।

ईडी की टीम ने शुक्रवार को नोएडा में एक फ्लैट पर छापा मारा। इस दौरान वहां तीन लड़कियों को पकड़ा, जो इस पोर्नोग्राफी रैकेट में काम कर रही थीं। यह गिरोह फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर एक पेज बना कर काम करता था, जहां लड़कियों को मोटी सैलरी का वादा कर लाइव न्यूडिटी करने के लिए ललचाया जाता था।

जब लड़कियां इस “मॉडलिंग” के इंटरव्यू के लिए आती थीं, तो उन्हें इस रैकेट का हिस्सा बनने का प्रस्ताव दिया जाता था और पैसों का लालच दिया जाता था। अधिकतर लड़कियां अच्छे पैसे के सपने में फंस कर इस अवैध कार्य में शामिल हो जाती थीं। इडी छापेमारी के दौरान, यह पता चला कि ग्राहक जितना पैसा भेजते, उसके हिसाब से लड़कियां विभिन्न प्रकार के टास्क पूरा करती थीं और इस पैसे का 75 प्रतिशत हिस्सा गिरोह के पास जाता था, जबकि 25 प्रतिशत लड़कियों को दिया जाता था।

ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि पति-पत्नी ने एक प्राइवेट कंपनी, “सबडिजी वेंचर्स” बनाई थी, जो साइप्रस स्थित टेक्नियस लिमिटेड कंपनी के साथ साझेदारी में काम कर रही थी। टेक्नियस लिमिटेड के माध्यम से विदेशी पोर्न वेबसाइट्स जैसे एक्सहैम्सटर और स्ट्रिपचैट को कंटेंट भेजा जाता था।

.जांच में सामने आया कि कंपनी के डायरेक्टर उज्जवल किशोर और नीलू श्रीवास्तव अपने घर से ही Adult Webcam Studio चला रहे थे.

यह कपल साइप्रस स्थित Technius Limited नाम की कंपनी के लिए काम कर रहा था, जो Xhamster और Stripchat जैसी पोर्न साइट्स चलाती है. सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर मॉडल्स की भर्ती की जाती थी, जो लाइव कैम पर अश्लील कंटेंट अपलोड करती थीं. कपल ने बैंक में गलत Purpose Code देकर विदेशी कंपनियों से पैसा मंगवाया, इसे Advertising और Market Research का भुगतान दिखाया.

अब तक की जांच में 15.66 करोड़ रुपये की अवैध फॉरेन फंडिंग का खुलासा हुआ है. इस रकम का 75% हिस्सा कपल खुद रखता था और 25% मॉडल्स को दिया जाता था. ED ने छापेमारी के दौरान स्टूडियो में काम कर रही मॉडल्स के बयान भी दर्ज किए हैं. बैंक ट्रांजेक्शन और अन्य वित्तीय लेन-देन की गहराई से जांच की जा रही है. इस मामले में ED जल्द ही और भी गिरफ्तारियां कर सकती है और कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ेगी.

-साभार सहित