बरेली। बकरीद की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। एक तरफ किराना बाजार में लगातार खरीदारों की भीड़ बढ़ रही है, वहीं मुस्लिम बहुल क्षेत्रों के चौराहों और हातों में बकरों की अस्थायी मंडियां भी लग चुकी हैं। बकरों के बाजार में रौनक खासी बढ़ चुकी है। उधर बकरों के व्यापारी इस बार बाजार में इस बार अपने साथ साहूकारों को लेकर भी आये हैं, जो ईएमआई पर बकरे की खरीद का ऑफर दे रहे हैं।
रुहेलखंड के प्रख्यात बकरा बाजार के मालिक राजेश सिंह बताते हैं कि बकरीद पर इस बार बकरा महंगा है। बकरा खरीदना अब आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है, लेकिन बकरा व्यापारियों ने बकरा बिक्री का एक बहुत अच्छा तरीका निकाल लिया है। बाजार में क्षेत्र के साहूकारों को लेकर आए हैं। इनके एजेंट क्षेत्र में घूम-घूमकर प्रचार कर रहे हैं कि अब बकरा खरीदना आसान हो गया है, क्योंकि बकरा अब किस्तों पर भी मिल रहा है।
बकरा व्यापारी मोहम्मद अली बताते हैं कि वह फरीदपुर तहसील के रहने वालों को बकरीद का पर्व हर्षोल्लास से मनाने के लिए बकरा किस्तों पर दे रहे हैं। वह चाहते हैं कि पैसे के अभाव में अपना कोई भाई कुर्बानी से वंचित न रहे।
बाकरगंज के पहलवान हसीब कुरैशी बताते हैं कि किस्तों पर बकरा लेने वालों को अपने आधार कार्ड की कॉपी देनी होगी और एक व्यक्ति की गवाही लगेगी। किस्तों पर बकरा देने का यह ऑफर सिर्फ बकरीद तक ही सीमित है।
देवचरा बाजार में आये होशियार सिंह गुर्जर बताते हैं कि हम कुछ क्षेत्र विशेष के लोगों को ही बकरे किस्त पर दे रहे हैं। जहां तक ब्याज का सवाल है, कोई रेट फिक्स नहीं है, जिससे जैसा सौदा पट जाए।
देवचरा के बाजार में देश के कई राज्यों से बकरा आने का सिलसिला जारी है। छोटे व्यापारी भी यही से बकरे खरीद रहे हैं। पीलीभीत के कयूम कुरैशी बताते हैं कि बकरीद पर बकरों का व्यापार करने के लिए लगभग 50 लाख रुपया उधार लेते हैं। सीज़नल लोन है, इसलिए ऊंची ब्याज पर लेना पड़ रहा है।
बहेड़ी कस्बा के बड़े व्यापारी सलीम सिद्दीकी ने जानकारी दी कि महीने की शुरुआत होने के कारण मध्यवर्गीय लोगों में बकरा खरीदने को लेकर अति उत्साह है। नौकरीपेशा लोग किस्तों पर ज्यादा बकरा खरीद रहे हैं। पिछले वर्ष से इस वर्ष 25 से 30 प्रतिशत खरीदार बढ़ गये हैं।
उल्लेखनीय है कि बकरा खरीदने वालों को व्यापारियों द्वारा यह भी हिदायत दी जा रही है कि कुर्बानी खुले में न करें।। यह ध्यान रखें कि हर्षोल्लास से मनाया जाने वाला त्योहार पुलिस के हाथ न चला जाए।
-आरके सिंह
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