संयुक्त अरब अमीरात में हो रहे एशिया कप के अहम मुकाबले में भारत मंगलवार को श्रीलंका से हार गया. इस तरह टूर्नामेंट के फ़ाइनल में पहुंचने की उसकी उम्मीद अब काफ़ी कम रह गई है. भारत और श्रीलंका ने सुपर फ़ोर में तीन में से दो-दो मैच खेल लिए हैं. पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान की टीमों ने अब तक एक-एक मैच खेला है. उनके दो-दो मैच बाकी हैं. आइए आपको बताते हैं कि अब तक खेले गए मैचों और नतीज़ों के बावजूद सभी टीमों के फ़ाइनल में पहुंचने की संभावना बनी हुई है. क्या हैं वो समीकरण, आइए समझते हैं.
श्रीलंका
बचा हुआ मैच- पाकिस्तान के ख़िलाफ़
उन्हें क्या करना होगा- पाकिस्तान को हराना होगा. या
ये उम्मीद करनी होगी कि अफ़ग़ानिस्तान अपने बचे हुए दो मैचों में से एक हार जाए. या पाकिस्तान या अफ़ग़ानिस्तान से बेहतर नेट रन रेट को बरक़रार रखे.
श्रीलंका दो मैच जीतकर और चार अंक हासिल कर सुपर फ़ोर में आराम से फ़िलहाल टॉप पोज़ीशन पर है और फ़ाइनल में पहुंचने की उसकी संभावना लगभग पक्की है.
कप्तान दासुन सनाका के नेतृत्व वाली श्रीलंका की टीम के फ़ाइनल में पहुंचने की उम्मीद बुधवार को ही पूरी हो सकती है अगर अफ़ग़ानिस्तान पाकिस्तान के साथ होने वाला मैच हार जाता है. श्रीलंका का नेट रन रेट 0.351 है जो कि पाकिस्तान के 0.126 और अफ़ग़ानिस्तान के (-0.589) से काफ़ी बेहतर है.
पाकिस्तान
बचे हुए दो मैच- अफ़ग़ानिस्तान और श्रीलंका के ख़िलाफ़
उन्हें क्या करना होगा- अपने बचे हुए दोनों मैच जीतने होंगे. या कम से कम एक मैच जीतना होगा और अफ़ग़ानिस्तान या श्रीलंका से बेहतर नेट रन रेट हासिल करना होगा. या
अगर वो अपना दोनों मैच हार जाता है तो वैसी सूरत में ज़रूरत इस बात की होगी कि भारत अफ़ग़ानिस्तान को हरा दे और पाकिस्तान ये उम्मीद करे कि उसका नेट रन रेट भारत और अफ़ग़ानिस्तान दोनों से बेहतर रहे.
रविवार के मैच में पाकिस्तान की भारत पर जीत ने उसे बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया है और अगर वो सुपर फ़ोर के अपने आख़िरी दोनों मैच जीत लेता है तो फ़ाइनल में पहुंच जाएगा.
कप्तान बाबर आज़म की टीम अगर बाकी बचे दो में से दोनों मैच हार जाती है तब भी अफ़ग़ानिस्तान और भारत से अपना नेट रन रेट बेहतर रखकर वो फ़ाइनल के लिए क्वालीफ़ाइ कर सकती है.
अफ़ग़ानिस्तान
बचे हुए मैच- पाकिस्तान और भारत के ख़िलाफ़
उन्हें क्या करना होगा- उन्हें अपने बचे हुए दोनों मैच जीतने होंगे और पाकिस्तान और श्रीलंका से बेहतर नेट रन रेट रखना होगा. या भारत या पाकिस्तान में से किसी एक को हराना होगा. लेकिन इसके लिए ज़रूरी होगा कि पाकिस्तान श्रीलंका से हार जाए और अफ़ग़ानिस्तान का नेट रन रेट पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों से ही बेहतर रहे.
श्रीलंका से अफ़ग़ानिस्तान की हार और -0.589 के नेट रन रेट ने कप्तान मोहम्मद नबी की टीम के लिए हालात मुश्किल कर दिए हैं, लेकिन उम्मीद अभी भी बाक़ी है.
अगर अफ़ग़ानिस्तान की टीम अपने बाकी दोनों मैच जीत लेती है और ख़राब नेट रन रेट को सुधार लेती है तो फ़ाइनल में पहुंच सकती है.
भारत
बचा हुआ मैच- अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़
उन्हें क्या करना होगा- अफ़ग़ानिस्तान को हराना होगा और उम्मीद करनी होगी कि पाकिस्तान अपने बचे हुए दोनों मैच हार जाए.
सुपर फ़ोर में पाकिस्तान और श्रीलंका से हारने के बाद भारत की उम्मीदें अब दूसरी टीमों के प्रदर्शन पर टिक गई हैं. पर फ़ाइनल में पहुंचने की उम्मीद अभी भी बाकी है.
भारत और पाकिस्तान के बीच फ़ाइनल का दोनों देशों के दर्शकों को बेसब्री से इंतज़ार रहता है. पर इसकी संभावना अब ख़त्म हो गई है. हालांकि रोहित शर्मा की टीम के फ़ाइनल में पहुंचने की अब एक हल्की सी ही उम्मीद बची है. अगर भारतीय टीम अफ़ग़ानिस्तान को बुरी तरह हरा भी देती है तब भी उम्मीद पाकिस्तान के प्रदर्शन पर निर्भर करेगी.
-एजेंसी