नई दिल्ली। दिल्ली वक्फ बोर्ड में वित्तीय अनियमितता और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने 5 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है. जिन पांच आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गई उसमें जीशान हैदर, जावेद इमाम सिद्दीकी, दाऊद अंसारी, कौसर इमाम सिद्दीकी और एक साझेदारी फर्म स्काई पावर का नाम शामिल है.
ईडी की ओर से चार्जशीट फाइल किए जाने के बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों की न्यायिक हिरासत की अवधि अगली सुनवाई तक के लिए बढ़ा दी है. कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 12 जनवरी की तारीख तय की है.
ईडी की ओर से गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों में से तीन को आप विधायक अमानतुल्लाह खान का करीबी माना जाता है. अमानतुल्लाह खान दिल्ली वक्फ बोर्ड के प्रेसिडेंट रह चुके हैं. ईडी ने इस पूरे मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए पिछले साल 10 अक्टूबर को दिल्ली के पांच ठिकानों पर रेड मारी थी और तलाशी अभियान चलाया था. जिन ठिकानों पर ईडी की रेड पड़ी थी उसमें आप विधायक अमानतुल्ला खान का घर भी शामिल था.
वक्फ बोर्ड में नौकरियों में अनियमितताओं का आरोप
प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो की ओर से दायर दो प्राथमिकी को आधार बनाते हुए अमानतुल्ला खान और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस मामले में दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो ने वक्फ बोर्ड में नौकरियों में अनियमितताओं को देखते हुए केस दर्ज किया था. अमानतुल्ला खान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन थे ऐसे में वो भी जांच के दायरे में आ गए.
32 लोगों की अवैध रूप से नियुक्ति का आरोप
अमानतुल्लाह खान पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन के रूप में 32 लोगों की अवैध रूप से नियुक्ति की थी. इसके साथ-साथ उन पर दिल्ली वक्फ बोर्ड की कई स्थायी संपत्तियों को किराए पर देने का भी आरोप है. मामले की जांच करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो ने सितंबर 2022 में अमानतुल्लाह खान से पूछताछ की थी. इसके बाद ठिकानों पर छापेमारी के दौरान करीब 24 लाख रुपए नकद राशि जब्त भी की गई थी.
आप विधायक की हुई थी गिरफ्तारी
इस मामले में विधायक अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार भी किया था. हालांकि, 28 दिसंबर 2022 को कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था. इसके बाद इस मामले में ईडी की एंट्री हुई और उसने मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू और विधायक से जुड़े कई करीबियों को गिरफ्तार किया था.
-एजेंसी