देश के सबसे उम्रदराज उद्योगपति केशब महिंद्रा का निधन, कॉरपोरेट जगत में शोक

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महिंद्रा एंड महिंद्रा को बड़ा बनाने में खास रोल

केशब महिंद्रा ने महिंद्रा एंड महिंद्रा को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने में अहम जिम्मेदारी निभाई थी। साल 1963 से लेकर साल 2012 तक वो देश की सबसे बड़ी ऑटो कंपनियों में शुमार महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन पद पर रहे। 48 सालों तक उन्होंने कंपनी की कमान संभालने के बाद अपने भतीजे आनंद महिंद्रा को कंपनी की जिम्मेदारी सौंप दी। उन्होंने अपने समय में कंपनी का विस्तार मैन्यूफैक्चरर से लेकर आईटी, रियल एस्टेट, फाइनेंशियल सर्विसेज और हॉस्पिटालिटी सेक्टर में किया।

कैसा रहा जीवन

केशब महिंद्रा का जन्म 9 अक्टूबर 1923 को शिमला में हुआ था। उन्होंने शुरुआती पढ़ाई वहां से करने के बाद व्हार्टन, पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने महिंद्रा के साथ की। इसके अलावा वो सेल, टाटा स्टील, टाटा केमिकल्स, इंडियन होटल्स, आईएफसी और आईसीआईसीआई जैसी बड़ी कंपनियों के बोर्ड में रहे। साल 2004 से लेकर 2010 तक वो प्रधानमंत्री के काउंसिल ऑन ट्रेड एंड इंडस्ट्री के मेंबर रहे थे। उनका जीवन सादगी और सरलता से भरा रहा। दान देने में वो कभी पीछे नहीं हटते थे।

फोर्ब्स की लिस्ट में हुए शामिल

साल 2023 में फोर्ब्स से अपनी लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में पहली बार केशब महिंद्रा का ना भी शामिल था। उनका नाम 16 नए अरबपतियों की लिस्ट में शामिल किया गया। फोर्ब्स की बिलिनियर्स लिस्ट के मुताबिक केशब महिंद्रा के पास 1.2 बिलियन डॉलर की संपत्ति है। अपने पीछे वो ये दौलत छोड़ गए हैं।

केशब महिंद्रा का परिवार बिना दिखावे के सादगी के साथ जिंदगी जीने में यकीन करता है। उनके परिवार के बारे में बहुत जानकारी उपलब्ध नहीं है। अपने निजी जीवन को वो छुपा कर रखते थे। उनकी पत्नी के बारे में भी बहुत कम जानकारी ही उपलब्ध है। मौजूदा जानकारी के मुताबिक उनकी पत्नी का नाम सुधा महिंद्रा है। उनके तीन बच्चे हैं।

Compiled: up18 News


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