सऊदी पत्रकार जमाल ख़ाशोगी की मौत के मामले में अमेरिका की एक अदालत ने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के ख़िलाफ़ दायर मुक़दमे को खारिज कर दिया है. ये मुक़दमा जमाल ख़ाशोगी की मंगेतर ने दायर किया था.
वॉशिंगटन के फेडरल जज ने अपना फ़ैसला सुनाते हुए कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा दी गई इम्यूनिटी (छूट) के कारण केस खारिज किया जा रहा है.
यूएस डिस्ट्रिक्ट जज जॉन बेट्स ने कहा कि वे मुक़दमा खारिज करने को लेकर हिचक रहे हैं लेकिन बाइडन प्रशासन के फ़ैसले की वजह से उनके पास कोई विकल्प नहीं रह गया था.
25 पन्नों के इस फ़ैसले में जज जॉन बेट्स ने कहा, “अदालत की असहजता, मोहम्मद बिन सलमान की प्राइम मिनिस्टर के पद पर नियुक्ति और जमाल ख़ाशोगी हत्या में उनके शामिल होने को लेकर पुख़्ता आरोपों के बावजूद अमेरिका की सरकार ने कोर्ट को ये बताया है कि वो इम्यून हैं.”
मोहम्मद बिन सलमान की हेड ऑफ़ स्टेट के तौर पर नियुक्ति की परिस्थितियों का जिक्र करते हुए जज जॉन बेट्स ने कहा कि सऊदी किंग सलमान ने उन्हें सितंबर में रॉयल डिक्री के जरिए प्राइम मिनिस्टर नियुक्त किया था.
जमाल ख़ाशोगी की हत्या इस्ताम्बुल स्थित सऊदी दूतावास में अक्टूबर, 2018 में कर दी गई थी. अमेरिकी ख़ुफिया अधिकारियों का ये मानना है कि क्राउन पिंस ने जमाल ख़ाशोगी की हत्या का हुक्म दिया था.
हालांकि सऊदी क्राउन प्रिंस इन आरोपों से खारिज करते हैं.
Compiled: up18 News
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