कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अदानी समूह को लेकर आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद इस मामले की जांच के लिए संसदीय कमेटी का गठन करने या सुप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस के नेतृत्व में कराने की मांग की है.
खड़गे ने मीडिया से कहा कि “हमने नियम 267 के तहत संसद में प्रस्ताव दिया कि एक कंपनी जिसकी क़ीमत लगातार गिर रही है उसमें एलआईसी और स्टेट बैंक जैसी सार्वजनिक कंपनियों का निवेश है. ये वो संस्थाएं हैं जिसमें देश का आम आदमी अपनी मेहनत की कमाई से निवेश करता है. इन संस्थाओं ने एक कंपनी में पैसा लगाया जिसके शेयर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से लगातार गिर रहे हैं.”
“ऐसे में आम लोगों के पैसे जा रहे हैं. करोड़ों भारतीयों की गाढ़ी कमाई ख़तरे में है. इन कंपनियों ने आख़िर निवेश क्यों किया? इसकी पूरी जांच होनी चाहिए. इसके लिए या तो संसदीय कमेटी का गठन हो या फिर चीफ़ जस्टिस के नेतृत्व में जांच की जाए. जिसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए ताकि जिसके पैसे लगे हैं उन्हें पता हो कि आख़िर हो क्या रहा है.”
उन्होंने बताया कि सरकार ने हमारे प्रस्ताव को मंज़ूरी नहीं दी है. हम चाहते हैं कि इस ज़रूरी विषय पर चर्चा हो.
विपक्ष अदानी समूह को लेकर आई रिपोर्ट पर चर्चा की मांग कर रहा है. इस बीच राज्यसभा और लोकसभा का सत्र 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
बीते सप्ताह अदानी समूह को लेकर अमेरिका की रिसर्च फ़र्म हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट सामने आई जिसमें अदानी समूह पर अपने शेयर को ओवरप्राइस दिखाने सहित अन्य अनियमितताओं के आरोप लगाए गए.
रिपोर्ट आने के बाद बीते एक सप्ताह में अदानी समूह को 100 बिलियन डॉलर का नुक़सान हुआ है. केवल बुधवार को अदानी के शेयर 28.45 फ़ीसदी घट गए.
बीती रात कंपनी ने एलान करते हुए कहा कि वह अपने सभी सब्सक्राइब किए हुए एफ़पीओ वापस ले रही है और निवेशकों को पैसे वापस किए जाएंगे.
Compiled: up18 News
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