उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान ने पदभार संभालने के साथ ही कहा कि आयोग महिला उत्पीड़न के मामलों में स्वतः संज्ञान लेगा। यही नहीं, वे प्रदेश के थानों में पहुंचकर खुद देखेंगी कि महिला उत्पीड़न के मामलों में पुलिस की कार्यवाही सही है या नहीं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती बबिता चौहान ने कहा कि महिला आयोग मीडिया के जरिए सामने आने वाली महिला उत्पीड़न के मामलों में स्वतः संज्ञान लेकर प्रभावी कार्रवाई करेगा। प्रदेश के पुलिस थानों में औचक निरीक्षण कर महिला अपराध से जुड़े मामलों और उसमें की गई कार्यवाहियों की जांच भी समय-समय पर करेंगी। वे स्वयं, आयोग की उपाध्यक्ष व सदस्य जिलों का दौरा कर महिला उत्पीड़न के मामलों की सुनवाई करेंगी।
पदभार संभालने के बाद अपनी प्राथमिकताएं बताते हुए श्रीमती चौहान ने कहा कि महिलाओं उत्पीड़न की शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जाएगा। महिलाओं के कल्याण, सुरक्षा, संरक्षण के लिए भी प्रभावी कदम उठाये जायेंगे। महिलाओं के शैक्षिक, आर्थिक तथा सामाजिक विकास के लिए प्रदेश के हर जिले मे निरंतर जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि महिला कारागारों, चिकित्सालयों, छात्रावासों, संरक्षण गृहों तथा अन्य सदृश्य गृहों का निरीक्षण कर वहां की सेवाओं एवं सुविधाओं को और अधिक बेहतर बनाने पर उनका जोर रहेगा। महिलाओं को दिये गये संवैधानिक एवं विधिक अधिकारों का लाभ महिलाओं को मिले, इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। बाल विवाह, दहेज एवं भ्रूण हत्या रोकना हमारी प्रमुख प्राथमिकताओं में रहेगी। प्रदेश के बस स्टापेज को महिला सुरक्षा के लिहाज से प्रभावी बनाना उनकी प्राथमिकताओं में है। प्रदेश की महिलाओं के चेहरों पर हमेशा मुस्कान रहे, सरकार की योजनाओं का उन्हें लाभ मिले, महिलाओं के लिए बनाए गए कानूनों का पालन हो, महिलाएं स्वावलंबी बनें और स्वस्थ रहें यही हमारा उद्देश्य है।
बबिता चौहान ने शुक्रवार को अपराह्न एक बजे पदभार ग्रहण किया। बबिता चौहान को समाजसेवा के लिए फ्रांस की यूनिवर्सिटी से मानद की उपाधि मिली हुई है। वर्तमान में वे भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ-साथ आगरा से जिला पंचायत सदस्य भी हैं।
-एजेंसी