नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र जारी है। आज बजट सत्र के 10वें दिन की कार्यवाही हो रही है। लोकसभा में आज नया इनकम टैक्स बिल पेश किया जाना है। इसे लेकर तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। इस बिल का ड्राफ्ट भी जारी हो गया है। नए इनकम टैक्स बिल में 536 धाराएं और 23 चैप्टर हैं। 622 पेजों वाला यह बिल छह दशक पुराने इनकम टैक्स बिल 1961 की जगह लेगा। आज संसद में विपक्ष की प्रतिक्रिया देखना भी दिलचस्प होने वाला है।
इससे पहले आज राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश कर दिया गया। वक्फ बिल की जेपीसी रिपोर्ट के विरोध में विपक्ष ने राज्यसभा में भारी हंगामा किया। इसके बाद लोकसभा में भी विपक्ष ने इस पर हंगामा किया। इसके कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगितकर दी गई। इस बीच केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष जेपीसी रिपोर्ट पर गुमराह कर रहा है। विपक्ष के आरोप झूठे हैं। जेपीसी रिपोर्ट सभी नियमों के तहत ही तैयार की गई है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट नवीकरणीय ऊर्जा सुविधा की स्थापना पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दायर किया। कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने खावड़ा नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा प्रोटोकॉल में छूट पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दायर किया।
राज्यसभा में वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट के विरोध में आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि आज सरकार वक्फ की जमीन पर कब्जा कर रही है, कल गुरुद्वारे, चर्च और मंदिर की जमीन पर कब्जा करने के लिए बिल ले आएगी। उन्होंने कहा कि मैं भी जेपीसी का हिस्सा था, लेकिन हमारी बातों को डस्टबिन में फेंक दिया गया। वक्फ बिल जेपीसी रिपोर्ट पर राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इससे कई सदस्य असहमत हैं। उन्होंने जेपीसी रिपोर्ट को फर्जी और अलोकतांत्रिक बताया। उन्होंने कहा कि बाहर से सदस्यों को आमंत्रित कर बयान दर्ज किए जा रहे हैं। खरगे ने इस बिल पर जेपीसी रिपोर्ट को वापस करने की अपील की। विपक्ष के हंगामे के बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के स्थगित कर दी। वहीं जब फिर कार्यवाही शुरू हुई तो सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन के वेल में आने वाले तीन सांसदों का नाम लेकर चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि समीरुल इस्लाम, नदीमुल हक और मोहम्मद अब्दुल्ला ने सदन के वेल में आकर कार्यवाही को बाधित किया।
वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के खिलाफ विपक्ष की नारेबाजी के बीच राज्यसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हुई। भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कहा, “जो जेपीसी गठित हुई थी, उन्होंने बड़े पैमाने पर लोगों की राय मांगी थी जिसमें धर्म गुरू, सरकारी पक्ष और जनता शामिल थे… वृहद पैमाने पर विचार-विमर्श के बाद रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। मोदी सरकार अपने सुधारों के लिए जानी जाती रही है…। यह एक अच्छा संशोधन बिल होगा और इसमें सभी वर्गों के हितों का संरक्षण होगा।”