लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान होना अभी बाकी है। इससे पहले सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। इसी क्रम में सत्ताधारी दल बीजेपी की गुरुवार देर रात को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव कमेटी की बेहद महत्वपूर्ण बैठक भी हुई। इसमें पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, सीएम योगी समेत कई बीजेपी के लीडर शामिल हुए थे।
दिल्ली से लौटने के बाद सीएम योगी ने शुक्रवार सुबह राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की है। इसके बाद से योगी कैबिनेट विस्तार की चर्चाओं ने तूल पकड़ लिया है। ओपी राजभर, दारा सिंह चौहान और रामपुर बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना को मंत्री बनाने की चर्चा चल रही है। आरएलडी कोटे से राजपाल बालियान को मंत्री बनाया जा सकता है।
रविवार को मंत्रिमंडल विस्तार होने की संभावनाएं प्रबल है। जानकारी के मुताबिक, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज बाहर जा रही हैं और रविवार को आएंगी। उसके बाद सोमवार को भी राजपाल आनंदीबेन पटेल तीन दिन के लिए बाहर जा रही है। इसलिए रविवार का दिन बेहद अहम माना जा रहा है। हालांकि सीएम योगी की राज्यपाल से मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया है। सीएम योगी ने राज्यपाल ‘रोम-रोम में राम’ किताब भेंट की है।
राजनीतिक और जातीय समीकरणों का रखा जा रहा है ध्यान
राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी के बीजेपी के साथ आने के बाद आरएलडी के विधायकों को भी मंत्रिमंडल विस्तार में जगह मिल सकती है। दावों के मुताबिक, RLD के एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके साथ ही सुभासपा मुखिया ओपी राजभर और बीजेपी एमएलसी दारा सिंह चौहान को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
आचार संहिता लगने से पहले आयोगों और बोर्डों के अध्यक्ष भी नामित किए जा सकते हैं। बता दें कि यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार पिछले कई महीनों से पेंडिंग चल रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले इस मंत्रिमंडल विस्तार को होना है।
जानकारों की मानें तो लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक और जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट विस्तार किया जाना है इसीलिए इसमें देर लग रही है।
-एजेंसी